वाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने महंगाई के खिलाफ गुरुवार को देशव्यापी ‘जेल भरो आंदोलन’ किया.
आवश्यक वस्तुओं की बढती कीमतों पर अंकुश लगा पाने में संप्रग सरकार की कथित विफलता और उसकी गलत नीतियों के खिलाफ चारों वाम दलों ने देश के तमाम शहरों में जिला मुख्यालयों और केन्द्रीय कार्यालयों के समक्ष प्रदर्शन किया और गिरफ्तारी दी.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में माकपा महासचिव प्रकाश कारात, भाकपा महासचिव ए बी बर्धन और डी राजा तथा आरएसपी नेता अवनि राय ने गिरफ्तारी दी.
संसद मार्ग थाने में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे वाम कार्यकर्ताओं के एक दल को तितर बितर करने के लिए पुलिस को बलप्रयोग करना पडा और उन पर पानी की तेज धार डालकर वहां से हटाया गया.
सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सुबह ही वाम कार्यकर्ता जंतर मंतर पर एकत्र होने लगे. इस बीच माकपा सूत्रों ने बताया कि महंगाई के खिलाफ आंदोलन तेज करने और इस मसले पर संसद में सरकार को घेरने के इरादे से पार्टी ने तेदेपा, जद यू, सपा, बसपा और राजद जैसे धर्म निरपेक्ष विपक्षी दलों से प्रारंभिक सलाह मशविरा शुरू कर दिया है.
सूत्रों ने बताया कि एक बार इन दलों से बातचीत हो जाए तो राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम तय किया जाएगा. इन दलों और वाम दलों की संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने से पहले ही बैठक होने की संभावना है.
माकपा ने इससे पहले ऐलान किया था कि वह जेल भरो आंदोलन के लिए देश भर में करीब 25 लाख लोगों को जुटाएगी.