पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ अपनी अपमानजक टिप्पणी के बाद माकपा नेता अनीसुर रहमान विवाद में पड़ गये. रहमान ने बलात्कार पीड़िताओं को राज्य सरकार द्वारा वित्तीय मदद किये जाने के संदर्भ में टिप्पणी की थी.
तृणमूल कांग्रेस ने दिया विशेषाधिकार हनन नोटिस
तृणमूल कांग्रेस ने राज्य विधानसभा में रहमान के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस दिया और उनके खिलाफ कानूनी नोटिस भेजने की धमकी दी. वहीं, माकपा ने भी अपने नेता की टिप्पणी से असहमति जताई और कहा कि वह विधायक से स्पष्टीकरण मांगेगी. बीजेपी और कांग्रेस ने भी इस टिप्पणी की निंदा की.
विवाद के बाद रहमान ने मांगी माफी
अपनी टिप्पणी से राजनीतिक भूचाल आने के बाद सदन में माकपा के उप नेता रहमान ने माफी मांगी. रहमान ने शाम में मीडिया के समक्ष एक बयान पढ़ते हुए कहा, ‘पिछले 21 साल से मैं राज्य में विधायक हूं. मैंने इस तरह की बात पहले कभी नहीं कही और भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं होगा. मैं राज्य के सभी लोगों से माफी मांगता हूं.’
'बंगाल की संस्कृति हुई धूमिल'
तृणमूल कांग्रेस नेता और उद्योग एवं संसदीय कार्य मंत्री पार्था चटर्जी ने संवाददाताओं से कहा कि रहमान ने एक महिला के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल किया जिसे बताया नहीं जा सकता. ‘इसने बंगाल की संस्कृति को धूमिल कर दिया और हमारा सिर झुका दिया.’ चटर्जी ने कहा, ‘इस तरह की भद्दी भाषा का इस्तेमाल बंगाल के राजनीतिक इतिहास में कभी नहीं हुआ.’ उन्होंने सदन के सचिव को विशेषाधिकार हनन नोटिस के साथ रहमान द्वारा एक रैली में की गई टिप्पणी के बारे में अखबार की कतरन और वीडियो क्लिपिंग सौंपते हुए यह कहा.
48 घंटे के अंदर बिना शर्त मांगें माफी
गौरतलब है कि रहमान ने गुरुवार को उत्तर दिनाजपुर जिला के इटहर में एक रैली में यह टिप्पणी की थी. चटर्जी ने कहा, ‘हम उम्मीद करते हैं कि स्पीकर इस विषय पर गौर करेंगे. हम उचित सजा की मांग करते हैं.’ तृणमूल के वकील राजदीप मजूमदार ने बताया कि माकपा मुख्यायल और माकपा नेता को एक कानूनी नोटिस भेजा जाएगा तथा 48 घंटे के अंदर बिना शर्त माफी मांगी जाएगी. मजूमदार ने कहा, ‘यदि माफी नहीं मांगी गई तो हम उपयुक्त अदालत में मानहानि का एक मुकदमा करेंगे.’