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स्टालिन से मिले येचुरी, बोले- भारत को बचाने के लिए नेताओं को साथ लाएगी जनता

येचुरी ने कहा कि राजनीतिक दल इस मकसद के लिए अपने मतभेद दूर करने में सफल होंगे. उन्होंने कहा, ‘नेताओं के रुख से ज्यादा, जमीन पर लोग होंगे जो उन्हें भारत को बचाने के लिए एकसाथ आने के लिए आगे बढ़ाएंगे और यह होगा.

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फोटो- एम के स्टालिन ट्विटर
फोटो- एम के स्टालिन ट्विटर

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सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के खिलाफ महागठबंधन बनाने की विपक्ष की कोशिश को आगे ले जाने के तहत मंगलवार को डीएमके अध्यक्ष एम के स्टालिन से मुलाकात की. येचुरी ने विश्वास जताया कि ऐसा गठबंधन वास्तव में शक्ल लेगा. येचुरी ने कहा कि नेताओं के रुख से ज्यादा जमीन पर लोग होंगे जो उन्हें भारत बचाने के लिए आगे बढ़ाएंगे और उन्हें साथ लाएंगे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करने वाले अभिनेता रजनीकांत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए येचुरी ने दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 2004 और उनके बाद प्रधानमंत्री बने मनमोहन सिंह को 2014 में मिली हार का जिक्र किया. आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से बीजेपी विरोधी मोर्चा बनाने के प्रयासों और यह पूछे जाने पर कि क्या महागठबंधन एक वास्तविकता बनेगा, उन्होंने कहा कि यह होगा.

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उन्होंने कहा कि राजनीतिक दल इस मकसद के लिए अपने मतभेद दूर करने में सफल होंगे. उन्होंने कहा, ‘नेताओं के रुख से अधिक, जमीन पर लोग होंगे जो उन्हें भारत को बचाने के लिए एकसाथ आने के लिए आगे बढ़ाएंगे और यह होगा.’येचुरी ने कहा कि सीपीएम ने आगामी चुनाव के लिए तमिलनाडु में डीएमके नीत मोर्चे का हिस्सा होने का निर्णय किया है, वह संभवत: अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव की ओर इशारा कर रहे थे.

यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी उस गठबंधन का हिस्सा बनेगी जिसमें तृणमूल कांग्रेस या कांग्रेस होंगी, येचुरी ने कहा कि भारत में गठबंधन हमेशा प्राथमिक रूप से पहले राज्य स्तर पर हुए हैं और हमेशा होंगे. रजनीकांत के इस बयान पर कि मोदी चुनावी रूप से मजबूत हैं, येचुरी ने 2004 और 2014 के लोकसभा चुनावों के परिणामों को याद किया. हालांकि यह भी कहा कि वह अभिनेता की फिल्मों के प्रशंसक हैं.

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