देश में नक्सल विरोधी अभियान चलाने वाला अग्रणी बल सीआरपीएफ अब नक्सलियों से निपटने के लिए जल्द ही महिला कमांडो इकाई को तैनात कर सकता है.
यह पहल ऐसे समय में की जा रही है जब हाल ही में छत्तीसगढ़ के जंगलों में महिला कमांडो ने अभियान को सफलता से पूरा किया था.
कमांडो यूनिफार्म और विशेष हथियारों से लैस सीआरपीएफ की 100 महिलाकर्मियों को छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके में दंतेवाड़ा और बीजापुर के नक्सल प्रभावित इलाके के जंगलों में गश्ती और अभियान में लगाया गया था.
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, इन महिलाकर्मियों में कठिनाई भरे इलाके और मुश्किल परिस्थितियों में दिये गए काम को सफलता से पूरा किया और उन्होंने बारूदी सूरंग की भी परवाह नहीं की.
यह पहला मौका है जब महिलाकर्मियों को देश के किसी क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियान में लगाया गया. इस सफलता से उत्साहित बल ने इस पहल को आगे बढ़ाने की योजना बनाई है.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘महिला कमांडो को भविष्य में नक्सल विरोधी अभियान में विशिष्ठ कार्यो में लगाया जायेगा. हमने इसे सफलतापूर्वक परखा है और यह गर्व का विषय है कि महिलाओं ने धारणा को तोड़ते हुए कभी असंभव जैसा माने जाने वाले कार्य को अंजाम दिया.
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने नक्सल प्रभावित इलाकों में 85 हजार कर्मियों को तैनात किया है और इसमें पुलिय एवं अन्य बलों की तुलना में सबसे अधिक महिला कर्मी हैं.