असम के हैलाकांडी जिले में शुक्रवार को हुई सांप्रदायिक झड़प के बाद तनाव अभी भी बरकरार है. जिसे देखते हुए राज्य सरकार ने हैलाकांडी में शुक्रवार से लागू कर्फ्यू को सोमवार सुबह सात बजे तक के लिए बढ़ा दिया. शनिवार को हालात तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में रहे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. बता दें कि शुक्रवार को हैलाकांडी में साम्प्रदायिक झड़प हुई जिसमें एक व्यक्ति की मौत जबकि 14 लोग घायल हो गए थे.
असम सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि कर्फ्यू इसलिए बढ़ाया गया क्योंकि जिला प्रशासन ने जिले में शांति भंग होने की आशंका जताई है. हालांकि इसमें कहा गया है कि शुक्रवार रात से अब तक कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई. इससे पहले के आदेश के अनुसार कर्फ्यू रविवार सुबह सात बजे खत्म होना था.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि कानून-व्यवस्था की समीक्षा को लेकर यहां जिला उपायुक्त कीर्ति जल्ली के कार्यालय में बैठक हुई, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. जल्ली ने कहा कि सीआरपीएफ और असम राइफल के कर्मियों की तैनाती के साथ ही हालात काबू में कर लिए गए हैं.
गौरतलब है कि हैलाकांडी जिले में शुक्रवार को हुई साम्प्रदायिक हिंसा में एक आदमी की मौत जबकि 14 लोग घायल हो गए. हिंसा के दौरान उग्र हुए लोगों ने कारों, बाइकों और दुकानों को आगे के हवाले कर दिया. इलाके में कई राउंड फायरिंग होने की खबर है.
Assam: Sec-144 (prohibits assembly of more than 4 people in an area) has been imposed until further order by Dist admn in Hailakandi town after clashes b/w 2 groups,earlier today in which 1 person sustained bullet injuries.Several cars&bikes were set on fire&shops were vandalised pic.twitter.com/31krpjHm6W
— ANI (@ANI) May 10, 2019
सोशल मीडिया पर लोगों ने इस हिंसा की तस्वीरें साझा की हैं. @imMAK02 नाम के एक यूजर ने हैलाकांडी साम्प्रदायिक झड़प से जुड़ीं तस्वीरों को ट्विटर पर शेयर किया. इन तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि झड़प के दौरान हैलाकांडी जिले में क्या हालात रहे होंगे.
Curfew is imposed in #Hailakandi Assam after communal riots.
Communal clash happened in afternoon during Jumah prayer.
Stones were pelted, shops and vehicle were vandalized.
Hope situation will be under controlled soon. pic.twitter.com/SIxegsONg3
— Md Asif Khan آصِف (@imMAK02) May 10, 2019
इन तस्वीरों में साफ देखा कि हिंसा ग्रसित इलाके में दुकानों का सामान सड़कों पर बाहर फेंका पड़ा है. सड़कें और गलियां पत्थरों-ईंटों के टुकड़ों से पटी पड़ी हैं.