संतूर का नाम आपने तो सुना ही होगा. जी हां, संतूर वाद्य यंत्र नहीं, बल्कि साबुन, जिसे हो सकता है आप यूज भी करते हों. लेकिन क्या ये साबुन सेफ है?
मामला अंबाला के निरूपम सोनी से जुड़ा है. लगभग महीने भर पहले निरूपम सोनी ने बिग बाजार से विप्रो का संतूर साबुन खरीदा, लेकिन संतूर का साबुन
मानकों पर खरा नहीं उतरा और साबुन में मरे हुए मच्छर निकले.
निरूपम सोनी ने बताया कि इस साबुन के इस्तेमाल से उन्हें एलर्जी की समस्या हो गई. इसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत संतूर के कस्टमर केयर से की. 27 नवंबर को पहली शिकायत करने के बाद सोनी ने 2 दिसंबर को दूसरी शिकायत की. इसके बाद कस्टमर केयर ने एक्जीक्यूटिव भेजने की बात की और नॉर्थ इंडिया के इंचार्ज अब्राहम का नंबर देकर बात करने को कहा.
अब्राहम से सोनी की बात हुई और उन्होंने आदमी भेजने की बात की, लेकिन लंबे इंतजार के बाद कंपनी की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई.
सोनी ने बताया कि लंबे इंतजार के बाद 18 दिसंबर की शाम को उनके पास कंपनी का फोन आया. कंपनी के एक एक्जीक्यूटिव ने सोनी को अंबाला कैंट जाकर ब्रांड के गोदाम से
साबुन बदलने की बात कही.
आज तक ऑनलाइन से बातचीत में शिकायत भरे लहजे में सोनी ने कहा, 'कंपनी का रवैया बेहद लापरवाही भरा है और मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं. इस मामले को लेकर कंज्यूमर कोर्ट जाऊंगा और कंपनी को लीगल नोटिस भेजूंगा.'
दूसरी ओर संतूर के नॉर्थ इंडिया इंचार्ज अब्राहम से लगातार कोशिश के बावजूद फोन पर संपर्क नहीं हो पाया है.