चक्रवाती तूफान अम्फान की तबाही के बाद एक और तूफान का खतरा मंडरा रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे में गुजरात और महाराष्ट्र में निसर्ग चक्रवाती तूफान तबाही मचा सकता है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (INDIA METEOROLOGICAL DEPARTMENT) ने बताया कि उत्तरी और दक्षिणी गुजरात तटों के पास अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र आगे और मजबूत होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है.
यह 3 जून तक दक्षिणी गुजरात तटों तक पहुंचकर तबाही मचा सकता है. मौसम विभाग ने गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
The depression in the south west Arabian Sea is likely to concentrate into a deep depression in next 12 hours and in next 24 hours it is going to become a cyclone: Anand Kumar Sharma, Deputy Director General, India Meteorological Department (IMD) pic.twitter.com/cZGJJlsv3L
— ANI (@ANI) June 1, 2020
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए अरब सागर में गए मछुआरों को वापस बुला लिया है. साथ ही 4 जून तक मछुआरों को सागर से दूर रहने को कहा है. मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तरी और दक्षिणी गुजरात तटों के सभी बंदरगाहों पर चक्रवात की चेतावनी के संकेत देने का परामर्श दिया है क्योंकि समुद्र में 4 जून तक स्थिति अत्यंत खराब रहने की संभावना है.
हवा पकड़ सकती है 100 KMPH की रफ्तारA low pressure area formed over Southeast & adjoining Eastcentral Arabian Sea and Lakshadweep area. To concentrate into a Depression over Eastcentral and adjoining Southeast Arabian Sea during next 24 hours and into a Cyclonic Storm during the subsequent 24 hours pic.twitter.com/5zVMJjBhKR
— India Met. Dept. (@Indiametdept) May 31, 2020
निसर्ग चक्रवात के दौरान 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जिनकी गति 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है. इस दौरान समुद्र की स्थिति बहुत अधिक खराब रह सकती है.
विभाग ने कहा, 'दक्षिण पूर्वी और आसपास के पूर्वी मध्य अरब सागर तथा लक्षद्वीप क्षेत्र के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके अगले 24 घंटे में पूर्वी मध्य और आसपास के दक्षिण पूर्वी अरब सागर के ऊपर दबाव के रूप में मजबूत होने की संभावना है तथा फिर यह अगले 24 घंटों में और अधिक मजबूत होकर चक्रवाती तूफान के रूप में तबदील हो सकता है. इसके उत्तर की तरफ आगे बढ़ने और तीन जून तक उत्तरी महाराष्ट्र तथा गुजरात तटों के पास पहुंचने की काफी संभावना है.'