आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान 'हेलेन' की वजह से दो लोग मारे गए और 1.5 लाख हेक्टेयर भूमि की फसल नष्ट हो गई. आपदा प्रबंधन आयुक्त सी पार्थसारथी ने कहा कि बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में दो लोग मारे गए.
पूर्व गोदावरी, पश्चिम गोदावरी और कृष्णा जैसे तटीय जिलों में भारी बारिश और तूफानी हवाएं देखी गईं. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के उपाध्यक्ष एम शशिधर रेड्डी ने शुक्रवार रात हालत का जायजा लिया और कहा कि मुख्य रूप से कृष्णा जिले के मछलीपत्तनम प्रखंड, पूर्व गोदावरी जिले के अमलापुरम प्रखंड और पश्चिम गोदावरी के नरसपुरम प्रखंड में क्षति पहुंची.
उन्होंने बताया कि पश्चिम गोदावरी जिले में कटाई के लिए तैयार करीब 1 लाख हेक्टेयर भूमि की फसल नष्ट हो गई, पूर्व गोदावरी में धान की फसल के अलावा केले और नारियल की फसलें भी नष्ट हो गईं.
कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए. पूर्व गोदावरी के अल्लवरम में सबसे अधिक 7.3 सेंटीमीटर की बारिश दर्ज की गई. रेड्डी ने कहा कि चक्रवात को लेकर पहले से की गई तैयारी इस बार बेहतर है और इस वजह से करीब 20,000 लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया.
दो नावें जिनमें 14 लोग सवार थे, सुरक्षित तट पर पहुंच गईं लेकिन एक और नाव समुद्र में फंसी हुई है, जिसमें 7 लोग सवार हैं. तटरक्षक बल बचाव अभियान में लगा हुआ है. राहत-बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दस टीमें तैनात की गई हैं. हैदराबाद के हकीमपेट में चार हेलीकॉप्टर तैयार हैं और शनिवार को विजयवाड़ा और विशाखापत्तनम में एक-एक हेलीकॉप्टर पहुंचेगा.
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ हालात का जायजा लिया. उन्होंने तटीय जिलों के जिलाधिकारियों से बात की. रेड्डी ने उन्हें लोगों को बाहर निकालने और भोजन और दवाइयों जैसी जरूरी चीजें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
चक्रवात हेलेन शुक्रवार दोपहर में आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के मछलीपत्तनम के दक्षिणी इलाकों के पास 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरा.