विशाखापट्टनम और ओडिशा में तबाही मचाने के बाद हुदहुद अब छत्तीसगढ़ पहुंच गया है. छत्तीसगढ़ पहुंचने के बाद तूफान कमजोर पड़ गया है. हालांकि राज्य में इस तूफान के चलते तेज हवाएं चल रही हैं और भारी बारिश हो रही है. तूफान के 'डीप डिप्रेशन' में जाने की वजह से छत्तीसगढ़ के अलावा ओडिशा और पूर्वी यूपी में भी तेज बारिश हो रही है. वहीं, बिहार और झारखंड में भी हुदहुद का असर दिख रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को विशाखापट्टनम जाएंगे और वहां के हालात का जायजा लेंगे. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
Have been constantly taking updates on Cyclone Hudhud. Spoke to AP CM. Will visit Visakhapatnam tomorrow & take stock of the situation.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 13, 2014
हुदहुद तूफान के बाद तेज बारिश से मुश्किलें बढ़ने लगी है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे तक बारिश होती रहेगी. छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार में भी बरसात हो रही है. समंदर में लहरें उठने से बंगाल के ईस्ट मिदनापुर में एक नाव पलट गई. हालांकि, किसी नुकसान की खबर नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने हुदहुद के मद्देनजर बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों से बात कर वहां के हालात की जानकारी ली है.
झारखंड के चाईबासा में हुदहुद तूफान का असर दिखा है. तूफान की वजह से कई जगहों पर पेड़ गिर गए है वहीं बिजली सप्लाई बंद होने की वजह से पूरे इलाके में अंधेरा पसरा है. छत्तीसगढ़ के बस्तर में बच्चों के स्कूल बंद किए गए है. प्रशासन ने एहतियात के तौर पर यह फैसला लिया है. वाराणसी में लगातार बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
हुदहुद के मद्देनजर एहतियातन कई ट्रेनों के रूट बदल दिए गए हैं. यात्रियों की सुविधा के लिए जारी हेल्पलाइन नंबर चालू हैं. विजयवाड़ा: 0866-2576796, 2767070, 2767040, तूनी: 0884-252172, तिरुपति: 0877-2225810, 9676903528, गंटूर : 0863-2222014, समालकोट : 0884-232882
तूफान से आंध्र और ओडिशा में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है. विशाखापत्तनम में सड़क से लेकर एयरपोर्ट तक भारी तबाही मची है. शहर के 70 फीसदी इलाके में बिजली गुल है.
हुदहुद तूफान के बाद तेज बारिश का दौर जारी है. आंध्र प्रदेश और ओडिशा में हवा की रफ्तार अब धीरे-धीरे कम हो रही है. हवा की रफ्तार अब 70 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है.
आंध्र प्रदेश के चार जिलों- विशाखापट्टनम, विजयनगरम, श्रीकाकुलम और पूर्वी गोदावरी में तूफान का सबसे ज्यादा असर हुआ है. तूफान की वजह से बिजली सप्लाई और मोबाइल सेवा पर भी असर हुआ है. कई जगह मोबाइल टावरों को भी नुकसान पहुंचा है.
विशाखापट्टनम में तूफान से कई जगहों पर पेड़ गिर गए. सड़कों पर यातायात बाधित है. विशाखापट्टनम एयरपोर्ट को भी भारी नुकसान पहुंचा है. यहां बोर्ड और छत का हिस्सा गिर गया है.
तूफान की वजह से विशाखापत्तन में खेला जाने वाला भारत-वेस्टइंडीज वन-डे रद्द हो गया है. तीसरा वन-डे मैच मंगलवार को होना था.
ओडिशा के 10 जिलों से करीब दो लाख लोगों को तटीय इलाकों से हटाया गया. ओडिशा में रातभर भारी बारिश और तेज आंधी चलती रही. यहां के 10 जिलों से 207286 लोगों को बचाया गया. गोपालपुर में तेज हवाओं ने कोहराम मचाया. तूफान से कई पेड़ उखड़ गए हैं.
राज्य में तूफान की चपेट में आकर तीन लोगों की मौत हो गई. जान माल के नुकसान का अनुमान लगाना मुश्किल है. चक्रवाती तूफान की वजह से कई ट्रेनें रद्द हुईं. रेलवे ने कहा कि आज तीन ट्रेनों की सेवा बहाल हो सकती है.