चक्रवाती तूफान पेथाई जल्द ही आंध्र प्रदेश के तटों से टकराने वाला है और इसके चलते सोमवार को ओडिशा के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है. मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को यह जानकारी दी. आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में रविवार को हाई-अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान इसकी ओर बढ़ रहा है. यह चक्रवाती तूफान सोमवार को काकीनाडा और विशाखापत्तनम के बीच के इलाके को पार कर सकता है. राज्य सरकार की रियल टाइम गवर्नेंस सोसायटी ने सभी नौ तटीय जिलों में अलर्ट जारी किया है.
राज्य आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल को तैयार रहने को कहा गया है. तटीय क्षेत्र के हिस्सों, विशेष रूप से कृष्णा जिले में रविवार को बारिश और तेज हवाओं की शुरुआत हो गई है. यहां मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि रविवार को राज्य के कई हिस्सों गजपति, गंजम, रायगढ़ा और कालाहांडी में आसमान में घने बादल छाये रहे, जबकि चक्रवात के प्रभाव से वहां भारी बारिश होने का अनुमान है.
इसके अनुसार रायगढ़ा, कोरापुट, मलकानगिरि, नबरंगपुर, कालाहांडी, कंधमाल, नौपदा, बारागढ़, बालनगीर, झारसुगुड़ा और संबलपुर जिलों में सोमवार को जबरदस्त बारिश होने का अनुमान है. मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात के गंभीर तूफान में बदलने की आशंका है और यह उत्तर उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर मुड़़ जायेगा तथा सोमवार दोपहर तक ओंगोल एवं काकीनाड़ा के बीच आंध्र प्रदेश के तट से टकरायेगा. आंध्र प्रदेश और उसके आसपास के क्षेत्र में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है. सोमवार को हवा की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
मौसम विभाग ने 18 दिसंबर तक ओडिशा में कहीं हल्की से मध्यम बारिश एवं कई जगहों पर, मुख्यत: दक्षिण ओडिशा के जिलों में गरज के साथ छींटे पड़ने की संभावना जतायी है. इसके अनुसार ओडिशा तट में मछुआरों के लिये कोई आम चेतावनी जारी नहीं की गयी. बहरहाल, उन्हें सोमवार तक पश्चिम मध्य एवं दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी से सटे गहरे समुद्री इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गयी है. ओडिशा सरकार ने डीएम को पहले ही इस बेमौसम बरसात से धान के खेतों को बचाने के लिये जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है.