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पश्चिमी राज्‍यों पर बढ़ा चक्रवात का खतरा

भारत के पश्चिमी राज्यों पर चक्रवात का खतरा बढ़ता जा रहा है. मौसम विभाग की तरफ से जारी चेतावनी के मुताबिक अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र और गहरा गया है.

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भारत के पश्चिमी राज्यों पर चक्रवात का खतरा बढ़ता जा रहा है. मौसम विभाग की तरफ से जारी चेतावनी के मुताबिक अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र और गहरा गया है और वो महाराष्ट्र और गुजरात की तरफ बढ़ रहा है. फयान नाम के इस चक्रवात के 12 नवंबर की सुबह तक गुजरात और महाराष्ट्र के तटों पर पहुंचने की आशंका है.

अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र
अगले चौबीस से अड़तालीस घंटों में देश के कई इलाकों को तूफान का कहर झेलना पड़ सकता है. मौसम विभाग ने आगाह किया है देश के पश्चिमी तट पर तूफान का एक बड़ा खतरा मंडरा रहा है. अरब सागर में बना कम दबाव का क्षेत्र लगातार गहराता जा रहा है. अरब सागर के दक्षिण-पूर्व और इससे सटे पूर्व मध्य क्षेत्र में बना कम दबाव का ये क्षेत्र तेजी से उत्तर पूर्व की तरफ ब़ढ़ रहा है.

भारी बारिश का अंदेशा
मौसम विभाग का अनुमान है कि अरब सागर पर बना ये विक्षोभ बहुत जल्द चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि ये तूफान 12 नवंबर की सुबह तक दक्षिण गुजरात के महुवा और मुंबई से सटे दहाणूं के बीच से गुजर सकता है. इस तूफान की रफ्तार 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. ऐसे में जिन इलाकों से ये तूफान गुजरेगा वहां भारी बारिश का अंदेशा है. कहीं-कहीं तो 25 सेंटीमीटर तक बारिश हो सकती है.

तटीय इलाकों के लिए चेतावनी
जो इलाके इसकी चपेट में आ सकते हैं- उनमें शामिल हैं- कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात. यहां अगले 24 से 36 घंटों में कभी भी तूफान और बारिश कहर बरपा सकती है. ऐसे में समुद्र के किनारे रहने वालों को अगले 36 घंटों तक सतर्क रहने को कहा गया है. मछुआरों को समुद्र में ना जाने की चेतावनी भी दी गई है.

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