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बंगाल पहुंच कमजोर हुआ तितली चक्रवात, अब तक 9 की मौत

ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान तितली ने पश्चिम बंगाल का रुख कर लिया है. ओडिशा और आंध्र प्रदेश में इस तूफान से नौ लोगों की जान ले ली.

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तितली च्रकवात ने तीन राज्यों में नुकसान पहुंचाया (फोटो- AP)
तितली च्रकवात ने तीन राज्यों में नुकसान पहुंचाया (फोटो- AP)

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बेहद प्रचंड चक्रवाती तूफान 'तितली' बृहस्पतिवार की सुबह देश के पूर्वी तट से टकराया और इसने आंध्र प्रदेश में आठ लोगों की जान ले ली तथा ओडिशा में भी एक व्यक्ति की मौत हो गई. 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं ने दोनों राज्यों में भारी तबाही मचाई जहां मकान गिर पड़े तथा पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए.

तूफान के चलते आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजियानगरम जिलों और ओडिशा के गजपति और गंजाम जिलों में भारी नुकसान पहुंचा है.

भारतीय मौसम विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चक्रवात 'तितली' आंध्र प्रदेश में श्रीकाकुलम जिले में पलासा के पास ओडिशा में गोपालपुर के दक्षिण-पश्चिम तट पर सुबह साढ़े चार और साढ़े पांच बजे के बीच पहुंचा. चक्रवात के साथ 140-150 किलोमीटर से 165 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली.

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इसने कहा कि ओडिशा को पार करते हुए चक्रवाती तूफान अब पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे वाले क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है और धीरे-धीरे यह कमजोर होगा.

आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने बताया कि चक्रवात से सामान्य जनजीवन ठप हो गया. इसने श्रीकाकुलम और विजयनगरम में भारी तबाही मचाई जहां बुधवार देर रात से भारी से बहुत भारी बाारिश हो रही है.

राज्य में तूफान से संबंधित अलग-अलग घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई. एसडीएमए ने बताया कि गुडिवाडा अग्रहारम गांव में एक महिला के ऊपर पेड़ गिरने से और श्रीकाकुलम जिले के रोतनासा गांव में एक आदमी पर मकान गिरने दो लोगों की मौत हो गई.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि समुद्र में गए छह मछुआरों की भी मौत हो गई. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि पूर्वी गोदावरी जिले में काकीनाडा से पिछले कुछ दिनों में समुद्र में गईं मछली पकड़ने वाली 67 नौकाओं में से 65 सुरक्षित तट पर लौट आईं. उसने विज्ञप्ति में बताया कि शेष दो नौकाओं को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

गूगल मैप में देखें- कहां पहुंचा चक्रवाती तूफान तितली

श्रीकाकुलम जिले में सड़क नेटवर्क को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. बिजली वितरण नेटवर्क भी काफी प्रभावित हुआ है. तेज हवाएं चलने से 2,000 से ज्यादा बिजली के खंभे उखड़ गए. पूर्वी बिजली वितरण कंपनी ने कहा कि श्रीकाकुलम जिले में 4,319 गांवों और छह शहरों में बिजली वितरण तंत्र प्रभावित हुआ.

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पेड़ों के उखड़ने से चेन्नई-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात भी बाधित हुआ. जिले में दूरसंचार नेटवर्क भी प्रभावित हुआ. पूर्वी तटीय रेलवे के साथ-साथ दक्षिण मध्य रेलवे ने कई ट्रेनों को रद्द कर दिया जबकि कुछ के मार्ग में परिवर्तन कर दिया.

कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों का दूसरे क्षेत्रों से मार्ग परिवर्तन कर दिया गया. श्रीकाकुलम जिले में बागवानी वाली फसलों को बड़ा नुकसान पहुंचा तथा विजयनगरम में धान के खेतों को काफी नुकसान पहुंचा. कोताबोम्माली (24.82 सेमी.), संथाबोम्माली (24.42 सेमी.), इच्छापुरम (23.76 सेमी.) और तेक्काली (23.46 सेमी.) के बाद पलासा, वज्रापुकोत्तुरू, नंदीगाम इलाकों में 28.02 सेमी. बारिश दर्ज की गई. मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि श्रीकाकुलम जिले के अन्य मंडलों में दो सेमी. से 13.26 सेमी. तक बारिश दर्ज की गई.

वहीं, ओडिशा में भी चक्रवाती तूफान 'तितली' ने भारी तबाही मचाई जिसके चलते काफी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए. कुछ झोपड़ीनुमा घर क्षतिग्रस्त हो गए. गंजाम जिले के हिंजिली इलाके में आठ साल का एक लड़का एक नहर में डूब गया तथा पांच अन्य लोग बाढ़ के पानी में बह जाने के बाद लापता बताए जा रहे हैं.

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे एक बार स्थिति में सुधार होने के बाद जरूरी सेवाओं की बहाली के काम में तेजी लाएं. मुख्य सचिव एपी पाधी ने बताया कि राज्य सरकार ने करीब तीन लाख लोगों को बुधवार को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था ताकि प्राकृतिक आपदा के संबंध में जन हानि से बचा जा सके. इन लोगों को 1,112 राहत शिविरों में रखा गया है जहां उन्हें भोजन और साफ सफाई सुविधाएं मौजूद हैं.

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पूर्वी तटीय रेलवे सूत्रों ने बताया कि ओडिशा में खुर्दा रोड और आंध्र प्रदेश के विजयनग्राम के बीच ट्रेन सेवा बुधवार को रात दस बजे से ही बंद है. पूर्वी तटीय रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी जे पी मिश्रा ने कहा, 'हमें आज शाम तक इन मार्गों पर ट्रेन सेवा बहाल होने की उम्मीद है.' ओडिशा के जल संसाधन सचिव पी के जेना ने बताया कि बालासोर में सबसे अधिक 117 मिमी और पारादीप में 111 मिमी बारिश दर्ज की गई.

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