चक्रवाती तूफान फानी अगले 12 घंटे में भीषण चक्रवाती तूफान और अगले 24 घंटे में बेहद भीषण चक्रवाती तू्फान में तब्दील हो सकता है. मौसम विभाग के मुताबिक, पुडुचेरी के साथ-साथ तमिलनाडु और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की स्थिति 3 मई तक ठीक नहीं होगी. केरल के सुदूर इलाकों में 29 और 30 अप्रैल को तेज बारिश हो सकती है.
ओडिशा राज्य आपदा प्राधिकरण के मुताबिक, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर और उसके पड़ोसी क्षेत्रों में 115 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है. इसका असर दूसरे नजदीक के राज्यों पर भी पड़ सकता है. सभी बड़े बंदरगाहों मछलीपट्टनम, कृष्णट्टनम, निजमापट्नम, विशाकापट्टनम, गंगावरम और काकीनंदा पर वॉर्निंग सिग्नल नंबर दो जारी किया गया है.
Hyma Rao, Cyclone warning centre, Visakhapatnam: As far as forecast is concerned, Fani will recurve, it won't affect south coastal Andhra during next 4-5 days. It's actually going in northwest direction, afterwards it'll recurve in the sea itself in the north-northeast direction. https://t.co/0CKRExSsIy
— ANI (@ANI) April 28, 2019
इससे पहले मौसम विभाग ने कहा कि अगले 12 घंटे में इसके भीषण चक्रवाती तूफान और अगले 24 घंटे में बेहद भीषण चक्रवाती तू्फान में तब्दील होने के आसार हैं. केरल के सुदूर इलाकों में 29 और 30 अप्रैल को तेज बारिश हो सकती है. इसने कहा कि चक्रवात तमिलनाडु नहीं पहुंचेगा, लेकिन इसके असर से उत्तरी भागों में हल्की बारिश हो सकती है. इससे पहले चेन्नई सहित उत्तरी तमिलनाडु में भारी बारिश की उम्मीद की जा रही थी.
Hyma Rao, Cyclone warning centre, Visakhapatnam on #Fani cyclone: In all major ports distant warning signal number 2 has been made, that means ports at Machilipatnam, Krishnapatnam, Nizampatnam, Visakhapatnam, Gangavaram & Kakinada. #AndhraPradesh (28.04.2019) pic.twitter.com/E7CQYGqq9f
— ANI (@ANI) April 28, 2019
रविवार को मौसम विभाग ने कहा कि फनी के तमिलनाडु तट पार करने की कोई संभावना नहीं है. बुलेटिन में कहा गया था कि रविवार से तमिलनाडु, पुडुचेरी तट, कोमोरिन क्षेत्र और मन्नार की खाड़ी और उसके पास से 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लेकर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं.
उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 30 अप्रैल की सुबह से हवा की गति 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने और फिर 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है. मौसम विभाग ने श्रीलंका, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी के मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह भी दी है.