गुजरात में एक में हफ्ते में चार दलितों को घोड़ी पर बरात निकालने से रोके जाने का मामला सामने आया था. इसको लेकर काफी हंगामा हुआ था. अब फिर यह मामला तूल पकड़ते जा रहा है. विधायक जिग्नेश मेवाणी ने इस मामले में राज्यपाल ओपी कोहली को ज्ञापन सौंपा है. जिग्नेश ने कहा कि गुजरात में दलितों पर हो रहे अत्याचार और हमले की घटना बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ऐसी हरकत करने वालों को बचा रही है.
बता दें कि अरवल्ली के खांभिसर गांव में एक दलित दूल्हे को घोड़ी पर बरात नहीं निकालने दिया गया था. जब बरात निकल रही थी तब कुछ महिलाएं बरात के आगे जाकर बैठ गईं, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया था. इस दौरान पत्थर भी चले. पुलिस के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था. दलित समुदाय का आरोप था कि डिप्टी एसपी फाल्गुनी पटेल ने उन्हें गालियां दीं ओर जातिसूचक शब्द बोले थे. इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसके बाद लगातार दलित संगठन डिप्टी एसपी फाल्गुनी पटेल को सस्पेंड करने की मांग कर रहा है.
बुधवार को जिग्नेश मेवाणी खांभिसर गांव पहुंचे थे. वह दूल्हे के घर गए और मामले की पूरी जानकारी ली. इसके बाद अरवल्ली एसपी और आईजी से मिले. जिग्नेश ने डिप्टी एसपी फाल्गुनी पटेल को सस्पेंड करने और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की. जिग्नेश ने कहा कि अगर डिप्टी एसपी को सस्पेंड नहीं किया जाता है तो उनका तबादला किया जाए. वहीं, पुलिस के आला अधिकारियों ने कहा कि आचार संहिता चल रही है. ऐसे में डिप्टी एसपी फाल्गुनी पटेल का तबादला करना संभव नहीं होगा.