scorecardresearch
 

दांबुला: न्‍यूजीलैंड ने भारत को 200 रन से हराया

न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों की शार्ट पिच गेंदों की कमजोरी का जबर्दस्त खुलासा करते हुए त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के शुरुआती मैच में आज यहां भारत को 200 रन की शर्मनाक हार का कड़वा घूंट पिलाया जिससे वह आईसीसी वन डे रैंकिंग में तीसरे स्थान पर भी खिसक गया.

Advertisement
X

Advertisement

न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों की शार्ट पिच गेंदों की कमजोरी का जबर्दस्त खुलासा करते हुए त्रिकोणीय एकदिवसीय श्रृंखला के शुरुआती मैच में आज यहां भारत को 200 रन की शर्मनाक हार का कड़वा घूंट पिलाया जिससे वह आईसीसी वन डे रैंकिंग में तीसरे स्थान पर भी खिसक गया.

न्यूजीलैंड ने टास जीतने के बाद खराब शुरुआत से उबरते हुए कप्तान रोस टेलर (95) और स्काट स्टायरिस (89) के बीच चौथे विकेट के लिये 190 रन की साझेदारी की मदद से 48.5 ओवर में 288 रन बनाये लेकिन डेरेल टफी की अगुवाई वाले कीवी आक्रमण के सामने भारतीयों के लिये यह लक्ष्य जल्द ही एवरेस्ट से भी बड़ा हो गया और आखिर में पूरी भारतीय टीम 29.3 ओवर में 88 रन पर ढेर हो गयी.

यह वन डे में 24वां अवसर है जबकि भारतीय टीम 100 रन तक भी नहीं पहुंच पायी. न्यूजीलैंड के हाथों की उसकी यह सबसे करारी हार है जबकि चौथी बार वह 200 या इससे अधिक रन से पराजित हुई. भारत की तरफ से तीन बल्लेबाज दोहरे अंक में पहुंचे जिसमें रविंदर जडेजा ने सर्वाधिक 20 रन बनाये जबकि न्यूजीलैंड की तरफ से डेरल टफी ने तीन तथा काइल मिल्स और जैकब ओरम ने दो-दो विकेट लिये.

Advertisement

मैच में किसी भी समय ऐसा नहीं लगा कि यह दुनिया की दूसरे नंबर की टीम है और इसने हाल में इसी मैदान पर एशिया कप जीता था. न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की शार्ट पिच गेंद का भारतीय बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं दिया जिनमें से अधिकतर ने स्लिप क्षेत्र में कैच थमाये.{mospagebreak}

श्रीलंका में हाल में टेस्ट मैचों में धमाकेदार आगाज करने वाले सुरेश रैना (6) ने चौके से खाता खोला लेकिन वह भी टफी की शार्ट लेंग्थ गेंद पर स्लिप में कैच थमाकर पवेलियन लौट गये. अब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (2) की बारी थी जिन्होंने बेमतलब का रन चुराने के प्रयास में अपना विकेट गंवाया. भारतीय वन डे टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह (5) ने 25 गेंद खेली लेकिन इस बीच वह असहज ही दिखे और आखिर में एंडी मैकाय की फुललेंग्थ गेंद पर स्लिप में बहुत आसान कैच दे बैठे.

प्रवीण कुमार भी स्लिप पर कैच देने वाले चौथे बल्लेबाज बने. इस बार गेंदबाज ओरम थे जिनकी शार्ट लेंग्थ गेंद प्रवीण को पसंद नहीं आयी. अभिमन्यु मिथुन (4) ने कुछ संघर्ष किया लेकिन उन्होंने भी ओरम की गेंद पर स्लिप में कैच थमाया. जडेजा 44 गेंद तक क्रीज पर डटे रहे लेकिन आखिर में केन विलियमसन ने उन्हें अपने कैरियर का पहला शिकार बनाया जबकि आशीष नेहरा के आउट होने से भारतीय पारी की इस दुखद कथा का अंत हुआ.

Advertisement

भारत को पहली सफलता प्रवीण ने पारी के तीसरे ओवर में ही मार्टिन गुप्टिल (11) को धोनी के हाथों कैच कराकर दिलायी. नेहरा ने छठे ओवर में पीटर इंग्राम (12) को पवेलियन की राह दिखायी जबकि प्रवीण ने मिडिल स्टंप से मूव करती गेंद पर अपना पहला मैच खेल रहे विलियमसन (शून्य) का आफ स्टंप उखाड़ा.

टेलर और स्टायरिस ने यहीं से पारी संवारने का बीड़ा उठाया. टेलर शुरू से ही आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे लेकिन स्टायरिस को पांव जमाने में थोड़ा समय लगा. उनके खिलाफ एलबीडब्ल्यू की कुछ विश्वसनीय अपीलें भी हुई जबकि धोनी ने उन्हें जीवनदान भी दिया. स्टायरिस जब 16 रन पर थे तब ओझा की गेंद पर धोनी ने उन्हें स्टंप आउट करने का आसान मौका गंवाया.{mospagebreak}

जब लग रहा था कि दोनों बल्लेबाज शतक पूरा करने में सफल रहेंगे तब ओझा ने स्टायरिस को बोल्ड करके यह साझेदारी तोड़ी. स्टायरिस ने ओझा के इस ओवर की पहली गेंद पर छक्का जमाया था लेकिन तीसरी गेंद एक्रास द लाइन खेलने के प्रयास में उनकी गिल्लियां बिखर गयी. स्टायरिस ने 95 गेंद खेली तथा नौ चौके और एक छक्का लगाया.

ओरम (14) ने जडेजा के एक ओवर में दो चौके जड़े लेकिन नेहरा ने उन्हें और टेलर को एलबीडब्ल्यू करके न्यूजीलैंड की प्रगति पर रोक लगायी. टेलर की 113 गेंद की पारी में आठ चौके और एक छक्का शामिल है. निचले क्रम के बल्लेबाजों में टफी ने 13 गेंद पर 19 रन बनाये.

Advertisement
Advertisement