ओडिशा के आदिवासी दाना मांझी को नई दिल्ली में बहरीन के राजा का भेजा हुआ चेक दिया गया. इस चेक पर 8 लाख 87 हजार 929 रुपये की रकम दी गई है. दाना मांझी को अपनी पत्नी का शव एंबुलेंस ने होने की वजह अपने कंघों पर 10 किलोमीटर तक लादकर अंतिम संस्कार के लिए ले जाना पड़ा था और इस वजह से दुनिया भर में उसकी तस्वीरें चर्चा में रहीं.
बहरीन दूतावास में मिला चेक
दाना मांझी की तस्वीरें देखकर बहरीन के राजा को बहुत कष्ट पहुंचा और उन्होंने दाना मांझी की मदद करने का फैसला किया. दाना मांझी को चेक लेने के लिए दिल्ली आना पड़ा, जहां पर बहरीन दूतावास से उसको ये चेक मिला. दाना मांझी अपनी हालत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं मानता है, लेकिन दाना मांझी की हालत भारत देश के विकास के दावों की पोल खोलती है.
दाना मांझी ओडिशा के उस इलाके का रहने वाला है, जहां पर बारिश काफी कम होती है और अकाल और सूखे के चलते जंगल और जमीन से वंचित आदिवासियों का बुरा हाल है. अपनी गरीबी और दयनीय हालत से आजिज आने के बाद भी दाना मांझी बहरीन के राजा से मिली सहायता को अपने बच्चों के लिए जमा करके रखना चाहता है.
पांच सितारा होटल में पहुंचे मांझी
दाना मांझी के तीन बच्चे हैं. 13 साल की चांदनी, 7 साल की सोनई और 4 साल की प्रमिला. बच्चों के भविष्य की चिंता दाना मांझी के चेहरे पर साफ दिखाई दे रही है. दिल्ली के पांच सितारा होटल अशोक में दाना मांझी को लेकर कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज नाम की एक एनजीओ के लोग पहुंचे. दाना मांझी के बच्चों को कलिंगा इंस्टीट्यूट एनजीओ ने अपने संस्थान में पढ़ाने का फैसला किया है. भले ही एनजीओ और बहरीन के राजा दाना मांझी की मदद को आगे आए हों, लेकिन दाना मांझी की गरीबी और मजबूरी, सुपरपॉवर बनने का सपना दिखाने वाले हुक्मरानों के मुंह पर एक जोरदार तमाचा है.