छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के पास सीआरपीएफ जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई है. इसी बीच दंतेवाड़ा के एएसपी ने बताया है कि मुठभेड़ के बाद से ही करीब 40 से 50 जवान गायब बताए जा रहे है. उन्होंने कहा कि जंगल में अभी भी कई नक्सलियों के होने की खबर है.
सूत्रों के अनुसार ये जवान बचेली क्षेत्र में स्थित राष्ट्रीय खनिज विकास निगम की खदानों के पास गश्त लगा रहे थे. पुलिस सूत्रों का कहना है कि दोनों ओर से गोलीबारी हुई है और ख़राब मौसम के कारण हेलिकाप्टर घटनास्थल पर फँसे जवानों की मदद के लिए पहुँच नहीं पा रहे हैं.
ये पहाड़ी और जंगल का इलाक़ा है जहाँ राष्ट्रीय खनिज़ विकास निगम की खदानें स्थित हैं. विशेषज्ञों के अनुसार माओवादी अकसर पहाड़ियों पर मोर्चा बनाकर आसपास सुरक्षा बलों पर हमला करते हैं.
माना जाता है कि दंतेवाड़ा से बचेली की सड़क में अनेक जगहों पर माओवादियों ने बारूदी सुरंगें लगाई हुई हैं और वहाँ पहुँचना आसान काम नहीं है.
पिछले महीने दो तारीख़ को आंध्र प्रदेश की पुलिस ने वरिष्ठ माओवादी नेता राजकुमार आज़ाद को आदिलाबाद में 'मुठभेड़' में मार दिया था. लेकिन माओवादियों ने इसे फ़र्ज़ी मुठभेड़ बताते हुए कहा था कि पुलिस ने उन्हें नागपुर से पकड़ा था.
तेरह जुलाई को छत्तीसगढ़ में ही छह माओवादी पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे.