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कैम्ब्रिज एनालिटिका के पास है हमारे हर गांव का डेटा, जाति- जिहाद पर भी किया काम

विली ने यह भी बताया कि एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए SCL ने 2012 में चुनाव से पहले जातिगत आधारित सर्वे का काम भी किया था. साथ ही 2007 में यूपी में बूथ लेवल पर राजनीतिक सर्वे का काम किया था. साथ ही 2009 के लोकसभा चुनाव में एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए SCL ने नैशनल कैंपेन करने का काम किया था. एससीएल ने 2010 में जनता दल यूनाइटेड के लिए बिहार चुनाव के समय रिसर्च और रणनीतियां बनाने का काम किया.

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क्र‍िस्टफर विली
क्र‍िस्टफर विली

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‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ के डेटा लीक मामले से भारत में भी राजनीतिक हलचल तेज है. अब खबर आई है कि इस कंपनी के पास भारत के लगभग सभी गांवों का डेटा था. यह खुलासा भी कैम्ब्रिज एनालिटिका’ के कर्मचारी रहे विसलब्लोअर क्र‍िस्टफर विली ने किया है. कांग्रेस का नाम लेने के बाद विली का यह खुलासा भी चौंकाने वाला है.

विली के अनुसार कैम्ब्रिज एनालिटिका की पैरंट कंपनी स्ट्रेटजिक कम्युनिकेशन लेब्रोटरिज (SCL) के पास भारत के 600 जिलों के 7 लाख से अधिक गांवों का डेटा है और यह लगातार अपडेट हो रहा है. आपको बता दें कि भारत में 700 के करीब जिले हैं और सात लाख के आसपास गांव हैं. यानी, सीए के पास भारत के लगभग सारे गांवों का डेटा है. विली के अनुसार कंपनी 2003 से राजनीतिक पार्टियों के लिए भारत में जाति से जुड़े सर्वे और कैंपेन कर रही है.

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इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार विली ने स्ट्रेटजिक कम्युनिकेशन लेब्रोटरिज (SCL) के प्रोजेक्टों की जानकारी शेयर करते हुए कहा कि भारत के पत्रकारों द्वारा उन्हें काफी अनुरोध आ रहे हैं. विली ने कहा कि हां, एससीएल भारत में काम कर रही है और उसके ऑफिस भारत में भी हैं. नए दौर का उपनिवेशवाद ऐसा ही दिखता है. विली के अनुसार SCL के पास भारत के 600 जिलों के 7 लाख से अधिक गांवों का डेटा है.

विली के अनुसार SCL चुनावी सर्वे और रिसर्च के अलावा कई राज्यों में जिहाद को कम करने के लिए काम कर रही थी. 2007 में एससीएल को केरल, बंगाल, झारखंड, और उत्तरप्रदेश में में जिहाद से जुड़ी हिंसा और भर्ती को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय रिसर्च प्रोग्राम का जिम्मा दिया गया था.

विली ने यह भी बताया कि एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए SCL ने 2012 में चुनाव से पहले जातिगत आधारित सर्वे का काम भी किया था. साथ ही 2007 में यूपी में बूथ लेवल पर राजनीतिक सर्वे का काम किया था. साथ ही 2009 के लोकसभा चुनाव में एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए SCL ने नैशनल कैंपेन करने का काम किया था. SCL ने 2010 में जनता दल यूनाइटेड के लिए बिहार चुनाव के समय रिसर्च और रणनीतियां बनाने का काम किया.

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इससे पहले मंगलवार को विली ने अपने खुलासे में उन्होंने बताया कि उन्होंने भारत में रहकर काफी काम किया और उसका यहां ऑफिस भी था. विली ने ब्रिटेन के हाउस ऑफ कॉमन में डिजिटल, कल्चर, मीडिया और स्पोर्ट्स कमिटी के सामने यह बयान दिया. विली ने डेटा लीक मामले में ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ के खिलाफ बयान दिया है.

बयान देते हुए विली ने ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’के साथ काम करने वाली  पार्टियों का नाम लेते हुए भारत की कांग्रेस पार्टी का भी नाम लिया. विली के अनुसार उसे पूरा विश्वास है कि ‘कैम्ब्रिज एनालिटिका’ की एक क्लाइंट कांग्रेस भी थी. कंपनी ने कांग्रेस पार्टी के लिए हर तरह के प्रोजेक्ट पर काम किया. विली के अनुसार उसे याद नहीं कि कोई राष्ट्रीय प्रोजेक्ट हो लेकिन कई सारे श्रेत्रीय प्रोजेक्ट जरूर थे.

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