कंजरवेटिव नेता डेविड केमरन ब्रिटेन में अगली सरकार बना सकते हैं क्योंकि उनकी पार्टी सबसे ज्यादा सीटें जीतने में कामयाब हुई है. लेकिन किसी एक पार्टी को जरूरी बहुमत नहीं मिलने के कारण ब्रिटेन में भारत की तर्ज पर गठबंधन सरकार बनने के प्रबल आसार हैं.
कुल 649 सीटों में से 600 के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं. कंजरवेटिव पार्टी को सबसे ज्यादा 287 सीटें मिली हैं. दूसरे नंबर पर लेबर है जिसे 237 सीटों पर संतोष करना पड़ा है. लिबरल डेमोक्रेट्स 51 सीटों पर सिमटकर रह गए हैं. स्वतंत्र और अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों ने 27 सीट जीती हैं.
बहरहाल, मौजूदा नियमों के मुताबिक, पहले गॉर्डन ब्राउन को ही गठबंधन सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाएगा.
ब्राउन यदि इस नतीजे पर पहुंचते हैं कि वह और उनकी पार्टी हाउस ऑफ कॉमन्स में बहुमत नहीं जुटा पा रहे हैं तो उनके इस्तीफे के बाद अल्पमत सरकार बनाने के लिए केमरन को न्यौता दिया जाएगा.
लेकिन गठजोड़ करके सत्ता में बने रहने के ब्राउन के प्रयास को नैतिक रूप से सही नहीं माना जाएगा क्योंकि देश के मतदाताओं ने उनके नेतृत्व और उनकी पार्टी को नकार दिया है.
कंजरवेटिव पार्टी ने संकेत दिए हैं कि बदलाव की खातिर नॉर्दन आयरलैंड के सांसदों का उन्हें समर्थन मिलेगा.
विश्लेषकों का मानना है कि 10-डाउनिंग स्ट्रीट की चाबियां अब केमरन के पास हैं.
वैसे विचारधारा के स्तर पर देखा जाए तो लेबर पार्टी, लिबरल डेमोक्रेट्स के करीब है लेकिन मौजूदा नतीजों के हिसाब से देखें तो यदि दोनों पार्टियां गठजोड़ कर भी लें तो भी 326 के जादुई आंकड़े से दूर ही रहेंगी.