इशरत जहां मुठभेड़ मामले के आरोपपत्र का जिक्र करते हुए बीजेपी ने गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे से लश्कर-ए-तैयबा सदस्य डेविड हेडली के उस बयान को सार्वजनिक करने को कहा जो उसने एफबीआई को दिया था ताकि देश को इशरत के अतीत की जानकारी मिल सके.
बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने मांग की कि सरकार को 26/11 हमले के सिलसिले में भारत और पाकिस्तान के बीच साझा किए दस हजार पृष्ठों के दस्तावेज को सार्वजनिक किया जाना चाहिए. हेडली के इकबालिया बयान से इशरत के बारे में सच्चाई सामने आएगी.
लेखी ने कहा कि अपने गृह मंत्री पहले मंत्री हैं, उसके बाद वह किसी राजनीतिक पार्टी के सदस्य हैं. उन्हें एक गृह मंत्री के रूप में काम करना चाहिए और हेडली के बयान को सार्वजनिक करना चाहिए. उन्हें देश के हितों की रक्षा के लिए काम करना चाहिए.
बीजेपी ने दावा किया कि एनएचआरसी तक ने कहा है कि इशरत जहां मुठभेड़ फर्जी नहीं थी. लेकिन सीबीआई ने नया आरोपपत्र दाखिल किया है. पार्टी ने आरोप लगाया कि सीबीआई का राजनीतिकरण किया जा रहा है और यह ‘अत्यंत घृणित’ है.