राजस्थान के उदयपुर आए अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के वकील श्याम केसवानी ने दावा किया है कि दाऊद अपनी पुरानी शर्तों पर भारत आने को तैयार हो सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि इसको लेकर दाऊद से बात करनी होगी.
दाऊद के वकील ने बताया कि 5 साल पहले दाऊद ऑर्थर रोड जेल में नहीं रखने की शर्त पर भारत आने को तैयार था. लेकिन उस समय की मनमोहन सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई. श्याम केसवानी ने बताया कि दाऊद के नुमाइंदे लंदन में राम जेठमलानी से मिले थे और मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में नहीं रखने की शर्त पर भारत आने की बात कही थी. लेकिन इस छोटी सी शर्त को भी तत्कालीन भारत सरकार ने नहीं माना था जबकि अबू सलेम और छोटा राजन के मामलों में सरकारें शर्तों को मानते हुए उन्हें भारत लेकर आई हैं.
श्याम केसवानी ने कहा कि दाऊद द्वारा रखी गई शर्त काफी छोटी है. लेकिन सरकार फिर भी उन्हें नहीं लाना चाहती इसके पीछे कुछ और ही कारण हैं. वर्तमान में दाऊद इब्राहिम भारत आने को तैयार है या नहीं इस सवाल पर श्याम केसवानी ने दाऊद से पूछने की बात कही. लेकिन साथ ही यह भी कहा कि अगर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराने की गारंटी सरकार दे, तो वे क्यों भारत नहीं आएंगे, वे तो पहले भी इसके लिए तैयार थे.
इब्राहिम के वकील श्याम केशवानी ने कहा कि डॉन के नुमाइंदे जब राम जेठमलानी से लंदन में मिले थे, तो वे भारत आने को तैयार थे, लेकिन उनकी एक ही शर्त थी कि उन्हें मुंबई की ऑर्थर रोड जेल में नहीं रखा जाए क्योंकि वहां उन्हें जान का खतरा था. उस समय मनमोहन सिंह की सरकार थी और उन्होंने शर्त नहीं मानी थी.
अबू सलेम की शर्त थी कि उस पर फांसी की सजा का आरोप नहीं लगे, तब सरकार ने माना था. छोटा राजन ने भी तिहाड़ में नहीं रहने की शर्त लगाई थी, तो उसे सीबीआई के बंगले में रख दिया. सरकार औरों की शर्त मान रही है, लेकिन दाऊद भाई की शर्त नहीं मान रही है. वकील की मानें तो दाऊद अभी भी आना चाहता है या नहीं यह पूछना पड़ेगा. लेकिन वकील केसवानी को लगता है कि दाऊद तैयार है, अगर सरकार से सुरक्षा का भरोसा मिले, तो वो जरूर आएगा.