गुवाहाटी में दिन का कर्फ्यू पूरी तरह हटा लिए जाने के बाद नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में यहां शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया. समाज के सभी वर्गों से लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. इनमें छात्र, वरिष्ठ नागरिक भी शामिल थे.
प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि कानून में उस संशोधन को वापस लिया जाए, जिसके तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में उत्पीड़न के शिकार गैर मुस्लिम अल्पसंख्यक जो भारत में आए हैं, को भारतीय नागरिकता दी जाएगी.
असम के लोगों को डर है कि इससे बांग्लादेश से बड़ी संख्या में हिंदू बंगाली राज्य में आ जाएंगे. उनकी शंका ये है कि अगर ऐसा हुआ, तो असमी लोगों की उन्हीं की जमीन पर उनकी भाषा और पहचान से समझौता किया जाएगा.
बता दें कि शुरुआत में असम में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो उठा था और चार लोगों की मौत हो गई, लेकिन उसके बाद से राज्य में स्थिति कमोबेश शांतिपूर्ण रही.
विरोध प्रदर्शन जारी
राज्य में लगातार दूसरे दिन बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. ये लोग एक साझा प्लेटफॉर्म के तहत प्रदर्शन कर रहे हैं, जो किसी राजनीतिक दल या ग्रुप पर निर्भर नहीं है. युवा छात्रों के साथ उनके माता-पिता भी प्रदर्शन करते देखे गए. गुवाहाटी हाईकोर्ट के पास प्रदर्शन कर रहे एक युवा ने कहा कि हम किसी पार्टी से नहीं जुड़े हैं, ये जन आंदोलन है.
गुवाहाटी में कर्फ्यू रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक लागू है. इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं. ऐसे में यहां किसी भी हिस्से से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. अपर असम में अब भी कई हिस्से तनावग्रस्त हैं, लेकिन बीते 48 घंटें में कहीं से किसी बड़ी हिंसा की खबर नहीं है.