कांग्रेस ने डीडीसीए में अनियमितताओं का मुद्दा सोमवार को लोकसभा में फिर उठाया. कांग्रेस ने वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की. जवाब में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर ही पलटवार कर दिया. बोले- 'सारे आरोप बेबुनियाद हैं. बल्कि दिल्ली में तो क्रिकेट स्टेडियम था ही नहीं. हमने 114 करोड़ रुपये में 42,000 लोगों के बैठने की क्षमता वाला स्टेडियम बनवाया. जबकि कांग्रेस ने जेएलएन स्टेडियम की मरम्मत में ही 900 करोड़ खर्च कर दिए.'
कीर्ति आजाद ने दिया जवाब
बीजेपी के ही सांसद कीर्ति आजाद ने जेटली को जवाब दिया. कहा- 'हां! स्टेडियम 114 करोड़ में ही बना था. पर हम जानते हैं कि आज उसकी हालत क्या है. डीडीसीए केस की जांच का जिम्मा अब सीबीआई को सौंप दिया जाना चाहिए. इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए.' कीर्ति आजाद ने रविवार को भी डीडीसीए पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे.
बचाव में उतरे नायडू
हंगामा बढ़ते देख संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू जेटली के बचाव में उतरे. उन्होंने जेटली की ईमानदारी की दुहाई देते हुए कहा कि वह 2013 से ही डीडीसीए के अध्यक्ष नहीं हैं. उनकी ईमानदारी से पूरा देश वाकिफ है. हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी.
Jaitley ji has not been president since 2013.He's known in entire country for his impeccable honesty & integrity: Venkaiah Naidu in LS #DDCA
— ANI (@ANI_news) December 21, 2015
राज्यसभा में भी हुआ हंगामा
This is very unbecoming of you,stop these protests-RS Speaker Hamid Ansari to protesting Congress MPs #DDCA pic.twitter.com/xOgNGidalk
— ANI (@ANI_news) December 21, 2015
यह बिल हुआ पेश
लोकसभा में इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड बिल पेश किया गया. इससे पहले समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी चुनाव आने वाले होते हैं तो ये लोग राम मंदिर का मुद्दा उठा देते हैं. चुनाव के बाद बैठ जाते हैं.