दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर सीबीआई छापेमारी के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट बोर्ड(डीडीसीए) घोटाले में जेटली के इस्तीफे की मांग की है लेकिन सरकार ने कहा कि जेटली इस्तीफा नहीं देंगे.
नकवी ने कहा, नहीं दिया जाएगा इस्तीफा
इस मामले में कांग्रेस ने भी संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसी) बनाकर डीडीसीए की अनियमितताओं की जांच की मांग की थी. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर डीडीसीए घोटाले में जेटली के इस्तीफे की मांग की है. अब संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि न ही जेटली इस्तीफा देंगे और न ही कोई संयुक्त संसदीय समिति बनाई जाएगी.
वेंकैया नायडू ने भी किया इस्तीफे से इनकार
संसदीय मामलों के मंत्री वेंकैया नायडू ने भी अरुण जेटली के इस्तीफे से इनकार किया है. उनका कहना है कि इस मामले में जेटली के इस्तीफे का कोई सवाल ही नहीं उठता है.
केजरीवाल का जेटली पर आरोप
सीएम अरविंद केजरीवाल का आरोप हैं कि सीबीआई डीडीसीए घोटाले से जुड़ी फाइलों को देखने के लिए उनके दफ्तर आई थी. केजरीवाल और कांग्रेस का दावा है कि 1999 से 2013 के बीच अरुण जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे और उनके कार्यकाल के दौरान वहां कई गड़बड़ियां हुईं. सीएम ने आरोप लगाया है कि जेटली के 13 सालों के कार्यकाल के दौरान डीडीसीए में खूब भ्रष्टाचार हुआ है.
अरुण जेटली ने आरोपों को बताया बेबुनियाद
अरुण जेटली ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है. केजरीवाल के प्रधान सचिव के दफ्तर पर सीबीआई के छापों के बाद अपने ऊपर उठे सवालों पर जेटली ने कहा कि वो बेबुनियाद आरोपों को जवाब नहीं देते. उन्होंने अरविंद केजरीवाल के आरोप को बकवास करार दिया था. जेटली ने कहा, 'मैं आधारहीन आरोपों का जवाब नहीं दे सकता. अगर विपक्ष के पास कोई निश्चित मुद्दा है और वह उस पर सवाल करेंगे तो मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं.' उन्होंने कहा कि जिस राज्य सरकार और पार्टी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हों, उनके तथ्यहीन आरोपों पर जवाब देने का औचित्य ही नहीं है.