scorecardresearch
 

आपके भोजन की थाली में खतरनाक जहर, कृष‍ि मंत्रालय ने जारी की चेतावनी

अपनी प्लेट में रखे ताजा फल और टोकरी में रखी चमकदार सब्जियों को देखकर आप ये न सोचें कि इसे खाकर आपकी सेहत बेहतर रहने वाली है. इस बात की आशंका बहुत ज्यादा है कि उन फलों और सब्जियों पर खतरनाक केमिकल लगे हों, जिसे आप अनचाहे में आहार के साथ निगलने वाले हों.

Advertisement
X
जानकारी ही बचाव...
जानकारी ही बचाव...

अपनी प्लेट में रखे ताजा फल और टोकरी में रखी चमकदार सब्जियों को देखकर आप ये न सोचें कि इसे खाकर आपकी सेहत बेहतर रहने वाली है. इस बात की आशंका बहुत ज्यादा है कि उन फलों और सब्जियों पर खतरनाक केमिकल लगे हों, जिसे आप अनचाहे में आहार के साथ निगलने वाले हों.

Advertisement

कृष‍ि मंत्रालय ने किया खुलासा
दरअसल, कृष‍ि मंत्रालय ने खुलासा किया है कि देशभर में फल, सब्ज‍ियों और ऑर्गेनिक फूड्स के सैंपल में खतरनाक कीटनाशक पाए गए हैं. रिटेल शॉप से खरीदे जाने वाले ऑर्गेनिक फूड में उन कीटनाशकों का इस्तेमाल किया गया, जो कि पूरी तरह प्रतिबंध‍ित हैं. ताजा फलों और सब्ज‍ियों में भी बेहद हानिकारक कीटनाशक इस्तेमाल किए जाते हैं.

दाल, चाय, दूध जैसी चीजों में भी जहर
कृषि‍ मंत्रालय ने देशभर से जमा किए गए सैंपल की जांच के आधार पर रिपोर्ट जारी की है. स्थ‍िति इतनी खराब है कि कीटनाशकों का इस्तेमाल फल-सब्ज‍ियों के साथ-साथ मसालों, लाल मिर्च पॉडर, करी पत्ता, चावल, गेहूं, दाल, चाय, दूध जैसी चीजों में भी पाया गया.

25 लैब में कराई गई जांच
अधिकारियों ने देश के कई भागों के रिटेल आउटलेट्स, ऑर्गेनिक आउटलेट्स, फार्म आदि से इन चीजों के सैंपल जमा किए और 25 लेबोरेटरी में जांच की. जांच में पाया गया कि इनमें ऑरेनो-क्लोरीन, ऑरेना-फॉस्फोरस, सिंथेटिक पाइरेथरॉइड्स, कार्बामेट्स और हर्बीसिड्स जैसे घातक कीटनाशकों का इस्तेमाल किया गया है.

Advertisement

विभाग ने कुल 20,618 नमूनों की जांच की और इनमें से 18.7 फीसदी में खतरनाक कीटनाशक पाए गए. 12.5 फीसदी सैंपल में तो वैसे कीटनाशकों का इस्तेमाल का इस्तेमाल किया गया, जिनका उपयोग स्वीकृत नहीं है.

किसानों को दी जा रही है सही जानकारी
रिपोर्ट सामने आने के बाद कृष‍ि मंत्रालय ने देशभर के किसानों को जागरूक करने लिए कार्यक्रम शुरू किया है. इसमें किसानों को बताया जा रहा है कि वे किस उपज के लिए किस कीटनाशक का उपयोग कर सकते हैं, वह भी किस स्तर तक.

Advertisement
Advertisement