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दिल्ली के एम्स अस्पताल में 31 वर्षीय युवक की स्वाइन फ्लू से मौत हो गई. घातक स्वाइन फ्लू से अब तक पूरे देश में 31 लोगों की मौत हो चुकी है.
23 अगस्त तक पुणे बंद
इससे पहले सोमवार को गुजरात में स्वाइन फ्लू से एक मौत हो गई थी. पुणे इस बीमारी से अभी तक सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है. इसे देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने पुणे के स्कूल कॉलेजों को 23 अगस्त तक बंद रखने का निर्णय लिया है. देश में दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित शहर बैंगलूर है. पुणे में इस बीमारी से अभी तक 13 लोगों की जान जा चुकी है.
सौरव की भतीजी भी ग्रस्त है स्वाइन फ्लू से
सोमवार को पूर्व भारतीय कप्तान की भतीजी स्नेहा की जांच में भी एच-वन एन-वन वाइरस पाया गया और उन्हें एम आर बांगुर अस्पताल के अलग वार्ड में भर्ती कराया गया. सौरव के बड़े भाई और स्नेहा के पिता स्नेहाशीष ने यह जानकारी दी थी.
पूर्वोत्तर में फ्लू को देखते हुए अलर्ट
मलेरिया हो या एचआईवी.एड्स, संक्रामक रोगों के लक्षणों को देखते हुए सुरक्षा बल खासतौर पर पूर्वोत्तर के सुदूर क्षेत्र में सतर्क रहे हैं. अब स्वाइन फ्लू को देखते हुए भी बल अलर्ट हो गये हैं.
घर लौट रहे जवानों की निगरानी
मिजोरम में सीआरपीएफ के एक जवान और एक सैन्य जवान तथा असम में एक जवान में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद रक्षा एजेंसियां सतर्क हो गयीं हैं. रक्षा सूत्रों ने कहा कि सभी सुरक्षा बलों को अलर्ट रखा गया है, ताकि उनके जवान एच1एन1 वायरस के संक्रमण से बचे रहें. छुट्टियों से लौट रहे इन जवानों की विशेष निगरानी की जा रही है. वायु सेना के जवानों और उनके परिवारों के लिए यहां पूर्वी वायुसेना कमान मुख्यालय पर एक ओरिएंटेशन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
दवा व इलाज का पूरा प्रबंध
रक्षा प्रवक्ता विंग कमांडर रंजीव साहू ने बताया कि इसके अलावा असम में जोरहाट के आईएएफ अस्पताल में प्राथमिक जांच सुविधाओं और दवाइयों की व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा कि सभी यूनिट कमांडरों को कहा गया है कि छुट्टियों से लौट रहे जवानों की जांच करें, ताकि उनमें स्वाइन फ्लू सरीखे रोग के लक्षणों का पता चल सके. मिजोरम में एच1एन1 के संक्रमण से ग्रस्त पाया गया सैनिक छुट्टी से ही लौटा था.{mospagebreak}
डब्ल्यूएचओ ने भी दिलाया भरोसा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारत में घातक इंफ्लूएंजा.ए एच1एन1 के वायरस का संक्रमण समुदाय स्तर पर फैल गया है, लेकिन इसके लिए भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है बल्कि जोरदार तरीके से व्यापक स्तर पर नियंत्रण और बचाव कार्यक्रम चलाने पर अधिक ध्यान दिया जाना चाहिए.
भारत सरकार के कदम की सराहना
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि यह नया वायरस है , इस लिए भारत को दूसरे देशों के अनुभवों का लाभ उठाते हुए आगे की रणनीति तैयार करनी चाहिए ताकि इसके वायरस के प्रसार को रोका जा सके. संगठन के भारत स्थित प्रतिनिधि डॉ. सलीम जे. हबायब ने भारत सरकार द्वारा स्वाइन फ्लू नियंत्रण और बचाव के लिए उठाये गये कार्यक्रमों की सराहना करते हुए यहां संवाददाताओं को बताया कि भारत सरकार ने इस दिशा में जो कदम उठाये हैं और जो दिशा-निर्देश जारी किये हैं वह अच्छे हैं, निश्चित रूप से उनका प्रभाव पडेगा.
बिना सलाह के न लें टेमीफ्लू
उन्होंने कहा कि फ्लू के लक्षण मिलने पर बिना डाक्टर की सलाह के इस रोग की दवा टेमीफ्लू का सेवन नहीं करना चाहिए. टेमीफ्लू का इस्तेमाल इस रोग के गंभीर रोगियों के लिए करना चाहिए तथा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए कि इस दवा का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं होने पाये. उन्होंने कहा कि आंकडे बताते हैं कि भारत में अधिकांश रोगी घर में विश्राम करके और बिना कोई दवा लिए ठीक हो रहे हैं.
फिक्की ने भी हाथ बढ़ाया
उद्योग मंडल फिक्की ने स्वाइन फ्लू से मुकाबले में मदद के लिए सरकार की ओर हाथ बढ़ाया और निजी अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए क्लिनिकल दिशानिर्देश जारी किए. इन दिशानिर्देशा में स्वाइन फ्लू को फैलने से रोकने के लिए आवश्यक कदम सुझाए गए हैं जिसमें नमूनों की जांच एवं इलाज शामिल है. फिक्की के अधिकारियों ने बताया कि उद्योग मंडल द्वारा केन्द्र और राज्य सरकारों को दिशानिर्देशों का ब्यौरा मुहैया कराया जा रहा है.
हेल्पलाइन कोलकाता: 09433392182, 09434009077 चेन्नई: 044-25912686, कोयम्बटूर मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल- 09442012555 हैदराबाद: 040-23814939 मुंबई: कस्तूरबा हॉस्पीटल: 022-23083901, 23083902, 23083903, 23083904 पुणे: डा. नायडु हॉस्पीटल: 09923130909 बैंगलोर: राजीव गांधी छाती रोग संस्थान: 91-80-26632634 |