बारिश ने गुजरात, राजस्थान, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तबाही मचाई हुई है. बाढ़ से बेहाल गुजरात में 70 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि बांग्लादेश में तबाही मचाने के बाद चक्रवाती तूफान कोमेन शुक्रवार दोपहर को पश्चिम बंगाल में पहुंचेगा. बंगाल और ओडिशा में गुरुवार से मूसलाधार बारिश हो रही है.
गुजरात में बाढ़ से 70 की मौत
मूसलाधार बारिश से गुजरात के कई जिलों में बाढ़ से हालात खराब हैं. अकेले अमरेली जिले में 26 लोगों की मौत हो चुकीह है, जबकि बनासकांठा में बारिश रुकने के बावजूद सैलाब से राहत नहीं मिल रही है. यहां पानी की तेज धार में 21 साल का एक युवक बह गया. बनासकांठा में मूसलाधार बारिश से करीब 600 गांव प्रभावित हैं. भोजन और पानी की किल्लत से ग्रामीण बेहाल हैं. रोड और मोबाइल संपर्क भी टूट चुका है. गुजरात में धरोई डैम से ढाई लैख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से साबरमती नदी में सैलाब और अहमदाबाद में डेढ़ हजार से ज्यादा लोग सुरक्षित जगहों पर ले जाए गए.
ब्रिटेन दौरा अधूरा छोड़कर लौटीं ममता बनर्जी
पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन चुके हैं. राज्य के तीन जिलों में कल से चल रहे तेज तूफान के चलते सैकड़ों मकान ढह गए, बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गए तथा कम से कम 12 लोग घायल हुए हैं. हालात इतने खराब हो गए कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अपना ब्रिटेन दौरा अधूरा छोड़कर वापस लौटना पड़ा.
मर्शिदाबाद. बीरभूम, बर्धवान और पश्चिमी मिदनापुर में पानी ने लोगों को परेशान कर रखा है. मूसलाधार बारिश से पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हजारों हेक्टेयर फसल डूब चुकी है. पश्चिमी मिदनापुर में सैलाब के पानी से घाटक-चंद्रकोना स्टेट हाइवे टूट गया है. मौसम विभाग के मुताबिक कोमेन के कमजोर पड़ने के बावजूद कुछ जगहों पर भारी बारिश का अनुमान है.
राजस्थान पर भी बारिश की मार
राजस्थान के जैसलमेर में बारिश से सैलाब जैसे हालात हैं. लाठी के पास सगरा मिनी बांध टूटने से कुछ गांव में पानी घुस चुका है. चांधन के पास गोगड़ी नदी के पानी से नेशनल हाईवे नंबर 15 बाधित है, जबकि जोधपुर-जैसलमेर के बीच सड़क मार्ग बंद है. राजस्थान के बाड़मेर जिले में लगातार छह दिनों की बारिश से लूणी नदी उफान पर है. सैकड़ों गांवों को जोड़ने वाली सड़क जलमग्न हैं.