सदाबहार बल्लेबाज रोहित शर्मा की अर्धशतकीय पारी से वापसी करने वाले डेक्कन चार्जर्स ने करो या मरो के मुकाबले में सोमवार को बेहद अनुशासित गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण का नजारा पेश करके रायल चैलेंजर्स बैंगलोर को 13 रन से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग के सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदें बरकरार रखी.
डेक्कन चार्जर्स ने बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद डेल स्टेन (18 रन देकर तीन विकेट) के शुरुआती कहर से उबरते हुए रोहित (51) और मोनीष मिश्रा (41) के बीच चौथे विकेट के लिये 82 रन की साझेदारी की मदद से छह विकेट पर 151 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाया.
रायल चैलेंजर्स की नैया हिचकोले खाती रही. बीच में राहुल द्रविड़ (49) और जाक कैलिस ने उसे कुछ सहारा दिया जबकि रोबिन उथप्पा (20 गेंद पर 34 रन) के उसको पार लगने की आस जगायी लेकिन बीच में 18 गेंद के अंदर चार विकेट गंवाने की पीड़ा उसे आखिर तक परेशान करती रही और आखिर में अनिल कुंबले की टीम 19.4 ओवर में 138 रन पर ढेर होकर अगर मगर के भंवर में फंस गयी.
डेक्कन के इस तरह के अब 12 मैच में 12 अंक हो गये हैं और रन रेट खराब होने के बावजूद वह पांचवें नंबर पर काबिज होकर अंतिम चार की दौड़ में बनी हुई है. रायल चैलेंजर्स के भी 12 मैच में इतने ही अंक हैं लेकिन बेहतर रन गति के आधार पर वह दूसरे स्थान पर है. {mospagebreak}
मैच बेहद उतार चढ़ाव वाला रहा तथा कभी पलड़ा इधर तो कभी दूसरी तरफ झुक जाता लेकिन आखिर में आर पी सिंह, प्रज्ञान ओझा, हरमीप सिंह और रियान हैरिस के दो-दो विकेट निर्णायक साबित हुए. हैरिस ने मनीष पांडे को पारी की पहली गेंद पर आउट किया.
इसके बाद कैलिस और द्रविड़ ने दूसरे विकेट के लिये 74 रन की साझेदारी की. इसमें द्रविड़ का योगदान अहम रहा जिनके आउट होने से यह साझेदारी टूटी. द्रविड़ ने जब तब गेंद को सीमा रेखा पार भेजकर स्कोर बोर्ड चलायमान रखा तथा एंड्रयू साइमंड्स की फ्लाइट लेती गेंद पर ललचाकर कैच थमाने से पहले अपनी पारी में आठ चौके लगाये. कैलिस काफी धीमे खेल रहे थे जिससे द्रविड़ के साथ उनकी साझेदारी में 62 गेंद खर्च हो गयी.
कैलिस जब ओझा की गेंद पर बी सुमनाथ को कैच देकर डगआउट में पहुंचे तो उनके नाम के आगे 37 गेंद पर 27 रन और केवल एक चौका दर्ज था. उथप्पा ने साइमंड्स के अगले ओवर में मिडविकेट पर पहला छक्का लगाया लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने से उन पर दबाव बन गया. टूर्नामेंट में सर्वाधिक 18 विकेट लेकर पर्पल कैप पहनने वाले ओझा ने कैलिस के बाद विराट कोहली को भी सुमनाथ के हाथों कैच कराया जबकि इस बीच आर पी सिंह खूबसूरत यार्कर पर रोस टेलर के विकेटों के लिये जलजला लेकर आये. उन्होंने अपने अगले ओवर में कैमरून व्हाइट को भी रूखसत कर दिया.
हैरिस ने इस बीच 18वें ओवर में 21 रन दे दिये जिसमें उथप्पा के दो छक्के भी शामिल हैं. हरमीत सिंह ने लेकिन डेक्कन को उथप्पा का कीमती विकेट दिला दिया जो लेग कटर पर बोल्ड हो गये थे. स्टेन अगली गेंद पर पगबाधा आउट हो गये जिसके बाद चैलेंजर्स की पारी सिमटने में देर नहीं लगी. {mospagebreak}
डेक्कन चार्जर्स की पारी
डेल स्टेन के शुरुआती कहर से बैकफुट पर पहुंचे डेक्कन चार्जर्स ने रोहित शर्मा (51) और मोनीष मिश्रा (41) के बीच चौथे विकेट के लिये 82 रन की साझेदारी की मदद से रायल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ सोमवार को छह विकेट पर 151 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाया.
सेमीफाइनल की दौड़ में बने रहने के लिये करो या मरो के मुकाम पर पहुंची डेक्कन की बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर शुरुआत भयावह रही. उसके कप्तान एडम गिलक्रिस्ट का बल्ला तो मानो रन उगलना ही भूल गया है. उन्होंने स्टेन की पारी की जो पहली गेंद खेली वही उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर रोबिन उथप्पा के दस्तानों में समा गयी. दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज का तूफान यहीं पर नहीं थमा.
उन्होंने अगली गेंद पर फॉर्म में चल रहे टी सुमन को भी रोस टेलर को हाथों कैच कराकर हैट्रिक की संभावना जगा दी. स्टेन की हैट्रिक बचाने वाले उनके हमवतन हर्शल गिब्स (12) भी जल्द ही नप जाते लेकिन आर विनय कुमार के ओवर में टेलर के हाथों से उनका कैच छूट गया. बहरहाल टेलर की यह चूक रायल चैलेंजर्स को अधिक महंगी नहीं पड़ी और स्टेन ने अगले ओवर में ही 143 किमी की रफ्तार वाली गेंद से गिब्स के विकेटों को त्राहिमाम करवा दिया. केवल 15 गेंद बाद डेक्क्न का स्कोर था तीन विकेट पर 14 रन. स्टेन ने चार ओवर में केवल 18 रन देकर तीन विकेट लिये.