scorecardresearch
 

बिगड़ा है देश का माहौल, इसके लिए सभी जिम्मेदारः अरुण जेटली

बीजेपी के पीएम उम्मीदवार पर पार्टी नेता अरुण जेटली ने कहा है कि जिन्हें अधिकार है वही इस पर आखिरी फैसला लेंगे. वहीं, इशारों ही इशारों में यह भी माना है कि जिस तरह मोदी के पक्ष में माहौल बन रहा है. उनकी दावेदारी सबसे मजबूत है.

Advertisement
X
अरुण जेटली
अरुण जेटली

बीजेपी के पीएम उम्मीदवार पर पार्टी नेता अरुण जेटली ने कहा है कि जिन्हें अधिकार है वही इस पर आखिरी फैसला लेंगे. वहीं, इशारों ही इशारों में यह भी माना है कि जिस तरह मोदी के पक्ष में माहौल बन रहा है. उनकी दावेदारी सबसे मजबूत है.

Advertisement

अरुण जेटली ने यह भी माना कि जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, देश का माहौल खराब करने की कोशिशें हो रही हैं. वे इसके सभी वर्गों को जिम्मेदार मानते हैं.

आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा, 'मौजूदा सरकार में नेतृत्व की भारी कमी है. मनमोहन सिंह की सबसे बड़ी कमजोरी भी यही है कि उनके अंदर लीडर वाले गुण नहीं हैं, पर जब बात बीजेपी की होती है तो हमारी पार्टी के पास कई नेता हैं. द लीडर या फिर पीएम पद के उम्मीदवार की घोषणा जल्द हो जाएगी. मीडिया में कुछ नामों को लेकर कयास लगाए जा रहे है. जल्द ही इसपर फैसला होगा. मैं फैसला नहीं कर सकता. यह अधिकार पार्टी की संसदीय बोर्ड के पास है.'

मोदी की छवि को लेकर उठने वाले सवाल पर उन्होंने कहा, 'उन्होंने लगातार तीसरी बार एक राज्य में चुनाव जीता है. उनमें मजबूत लीडर के सारे गुण हैं. उन्हें देश के मूड का भी पता है. देश को धार्मिक सौहार्द्र और राजनीतिक स्थिरता की जरूरत है. मैं इसे लेकर आश्वस्त हूं कि वे राष्ट्रीय मूड के अनुसार ही फैसले लेंगे.'

Advertisement

देश के माहौल के सांप्रदायिकरण के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि हाल के दिनों में माहौल खराब करने की कोशिश हुई है. इसके लिए सभी वर्ग जिम्मेदार हैं. बीजेपी में कोई भी टकराव की राजनीति पर विश्वास नहीं करता है. अगर आप किसी भी बीजेपी नेता से पूछेंगे तो वो यही कहेगा कि पार्टी राम मंदिर के लिए प्रतिबद्ध है. अयोध्या में राम मंदिर हमारी सिद्धांतों का हिस्सा है पर यह चुनावी मुद्दा नहीं है. कोई भी इस पर टकराव नहीं चाहता है. फैसला अदालत में होगा या फिर दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति बनने पर. समाज में टकराव के लिए कोई जगह नहीं है. कुछ लोग एक धार्मिक परिक्रमा करना चाहते हैं. तो उन्हें ऐसा करने देना चाहिए. उन्हें अनुमति ना देकर राज्य सरकार ने इस मुद्दे को तूल दे दिया.'

मौजूदा आर्थिक संकट पर उन्होंने कहा, 'देश को इकॉनिमी को सरकार चलाती है ना कि राजनीतिक वर्ग की. अर्थवयवस्था गंभीर मुद्दा में है. मेडिकल के हिसाब से स्टेज 4 का मामला है. सरकार का वित्तीय घाटा बढ़ रहा है, महंगाई बढ़ रही है, विकास नहीं रहा है, देश में निवेश नहीं हो रहा, रुपया गिर रहा है, और सरकार संसद को बता रही है कि सब कुछ सामान्य हो रहा है. जबकि यह सच्चाई नहीं है. मौजूदा अर्थव्यवस्था डवाडोल स्थिति में है. इसके लिए सरकार जिम्मेदार है. जिसने गलत फैसले लिए.'

Advertisement
Advertisement