लालू प्रसाद और राम विलास पासवान के बीच समझौता होने के बाद साधु यादव बगावत पर उतर आए हैं. साधु यादव ने बेतिया और मोतिहारी से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है.
साधु यादव ने कहा कि राजनीति में कोई रिश्तेदारी नहीं होती. लालू यादव ने मेरा कभी भला नहीं चाहा है. मैं अपने क्षेत्र में लगातार काम किया है ऐसे में वे मुझे कैसे दरकिनार कर सकते हैं. साधु यादव ने कहा कि मैं बेतिया और मोतिहारी दोनों जगह से चुनाव लड़ूंगा.
लालू और पासवान के बीच हुए समझौते के कारण बेतिया और मोतिहारी की सीट के लिए रघुनाथ झा और प्रकाश झा की उम्मीदवारी तय हो गई है. ऐसे में साधु यादव के लिए कोई सीट नहीं बचता है.
साधु यादव ने कहा कि क्या पासवान और लालू जी वैसे लोगों के लिए वोट मांगेंगे जिसने अपनी फिल्म 'गंगाजल' और 'अपहरण' से राजद और बिहार की छवि को खराब किया है. क्या वे बेतिया और मोतिहारी की जनता को यह कहेंगे कि प्रकाश झा ने बिहार की छवि खराब की है, इसे वोट दीजिए.
राजद के वरिष्ठ नेता रमई राम ने भी लालू के फैसले का विरोध किया. रमई राम ने कहा कि पार्टी के अंदर विचारों का सम्मान होना चाहिए. पार्टी को बनाने में हमलोगों ने खून पसीना एक किया है ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं के विचारों का सम्मान होना चाहिए.
लालू यादव पहले ही कह चुके हैं कि पार्टी के अंदर जो लोग भी इसका विरोध करेंगे पार्टी उसे बाहर का रास्त दिखा देगी.