दिल्ली के अरबपति नेता दीपक भारद्वाज की हत्या में दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. पुलिस ने पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर से इस मर्डर केस के मुख्य आरोपी पुरुषोत्तम राणा को गिरफ्तार किया है.
वहीं दूसरे आरोपी ने सुनील ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने सुनील के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था.
पुलिस के अनुसार पुरुषोत्तम इस मर्डर के लिए सुपारी देने वाले का नाम जानता है. इस मर्डर में दोनों शूटरों (सुनील और पुरुषोत्तम) के अलावा स्कोडा कार ड्राइवर अमित और राकेश भी पुलिस के शिकंजे में फंस चुके हैं. उल्लेखनीय है कि बीएसपी नेता दीपक भारद्वाज की 26 मार्च को उनके अपने फार्म हाउस में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
कौन था दीपक भारद्वाज
दीपक भारद्वाज पश्चिम दिल्ली में लाजवंती गार्डन में रहते थे. दीपक का जन्म 1951 में हुआ था. पश्चिम दिल्ली संसदीय क्षेत्र से दीपक ने बीएसपी की टिकट से 15वीं लोकसभा चुनाव का चुनाव लड़ा था. उस समय लोकसभा प्रत्याशियों में दीपक सबसे अमीर प्रत्याशी थे. उन्होंने अपनी संपत्ति में 614 करोड़ रुपये का जिक्र किया था.
62 वर्षीय दीपक भारद्वाज जाने माने करोबारी थे. उनके बिजनेस में रियल स्टेट, द्वारका में स्कूल, रियल स्टेट के तहत हरिद्वार में एक टाउनशिप प्रोजेक्ट और दिल्ली गुड़गांव में उनके होटल भी है. साउथ दिल्ली में उनका अपना फार्म हाउस है जहां उनको गोली मार दी गई.सूत्रों के मुताबिक वह विवादित प्रॉप्रटी खरीदने-बेचना का भी काम करता था.