गोवा में होने वाले डिफेंस एक्सपो में चीन और पाकिस्तान को एंट्री नहीं दी गई है. दुनिया के सबसे बड़े डिफेंस एक्सपो में 47 देश शामिल हो रहे हैं. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर 28 मार्च को डिफेंस एक्सपो का उद्घाटन करेंगे.
47 देश एक्सपो में लेंगे भाग
गोवा में होने जा रहे इस डिफेंस एक्सपो में पहली बार जहाज और हथियारों का लाइव डेमोंस्ट्रेशन होगा. डिफेंस एक्सपो का मकसद ये दिखाना है कि दुनिया भर की फौजें आजकल कौन-कौन सी टेक्नोलॉजी और इंस्ट्रूमेंट्स इस्तेमाल कर रही हैं. कुल 47 देश डिफेंस एक्सपो में भाग ले रहे हैं. रक्षा मंत्रालय ने जिन कंपनियों को ब्लैक लिस्ट किया गया है वो भी डिफेंस एक्सपो में हिस्सा ले सकती हैं. रक्षा उत्पादन सचिव अशोक कुमार गुप्ता के मुताबिक़ डिफेन्स एक्सपो में मेक इन इंडिया पर खासा जोर रहेगा.
NDRF और CISF के हवाले सुरक्षा
पहली बार बढ़ते आतंकी खतरे को देखते हुए गोवा पुलिस के अलावा, एनडीआरएफ और सीआईएसएफ के साथ स्पेशल फ़ोर्स के जवानों को डिफेंस एक्सपो की सुरक्षा में लगाया गया है. डिफेंस एक्सपो के निदेशक विंग कमांडर एम डी सिंह के मुताबिक़ समंदर के किनारे गोवा में डिफेंस एक्सपो की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. डिफेन्स एक्सपो के लिए थ्री टियर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं जिसमें पहला घेरा प्राइवेट सुरक्षाकर्मी, दूसरा घेरा गोवा पुलिस और तीसरे और अहम घेरे की जिम्मेदारी सीआईएसएफ के साथ स्पेशल फोर्स के जवानों के पास होगी.
तीन दिन तक एक्सपो का आयोजन
28 से 31 मार्च तक गोवा में होने जा रही गोवा में अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी में भारत के साथ-साथ इसमें अमेरिका, रूस, जर्मनी, इजराइल और फ्रांस की कंपनियां भाग लेंगी. पिछली बार 2014 में नई दिल्ली में ‘डिफेंस एक्सपो’ प्रदर्शनी हुई थी उस समय इस प्रदर्शनी में लगभग 600 कंपनियों ने भाग लिया था.