चौतरफा दबाव के बीच रक्षा मंत्री एके एंटनी ने पुंछ हमले पर अपना बयान बदल लिया है. रक्षा मंत्री ने आज संसद में माना कि चकां दा बाग चौकी पर हुआ हमला, जिसमें पांच भारतीय जवान शहीद हो गए, पाकिस्तानी सेना की ओर से ही किया गया था.
एंटनी ने आज संसद में कहा, 'मेरा पहला बयान उपलब्ध तथ्यों के आधार पर था. फिर सेना प्रमुख बिक्रम सिंह ने इलाके का दौरा किया और जानकारियां जुटाईं. अब साफ हो गया है कि हमला पाकिस्तानी सेना की स्पेशल यूनिट ने किया. पाक सेना सीधे तौर पर भारतीय सैनिकों की हत्या में शामिल थी. उनके सहयोग के बिना कोई हमला नहीं हो सकता.'
आखिर पाक का बचाव क्यों कर गए थे एंटनी
रक्षा मंत्री एंटनी के बयान में आज जरूरी तेवर नजर आए. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान हमारे साथ रिश्तों को हल्के में न ले. ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. हम एलओसी की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
एंटनी के ताजा बयान पर विपक्ष ने भी खुशी जताई है. लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा, 'हमें खुशी है कि रक्षा मंत्री ने अपनी गलती सुधारी है. मैं उन लोगों को बता देना चाहती हूं, जो यह कह रहे थे कि हम राजनीति कर रहे हैं. हम राजनीति नहीं कर रहे थे, हम चाहते थे कि रक्षा मंत्री गलती सुधारें. पूरा सदन एक स्वर में उनके इस बयान का समर्थन करता है.'
इससे पहले रक्षा मंत्री ने सदन में कहा था कि 'हमलावर पाक सेना की वर्दी में आए थे'. बीजेपी ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा था कि ऐसा कहना पाकिस्तानी सेना को क्लीनचिट देना है. इससे पड़ोसी देश को बच निकलने का मौका मिल सकता है इसलिए इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता.