नए सेना प्रमुख की नियुक्ति पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा है कि उन्हें नहीं पता कि वरिष्ठता को लेकर कोई सिद्धांत लिखा हुआ है, आर्मी चीफ के लिए सभी उम्मीदवार अच्छे थे इसलिए हमें चयन करने में देरी हुई. पर्रिकर बोले कि नियम यह नहीं कहता है कि वरिष्ठता पैमाना होनी चाहिए अगर ऐसा हुआ तो यह प्रक्रिया सिर्फ कंप्यूटर जनित प्रक्रिया ही रह जाएगी, ऐसे में किसी का आकलन करने और आईबी की रिपोर्ट्स मंगवाने की क्या जरूरत रह जाएगी. रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना प्रमुख के चयन में किसी भी प्रकार की प्रक्रिया की अवहेलना नहीं हुई है.
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने अपने दो साल के काम का ब्यौरा देते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों में रक्षा विभाग ने कई अहम मुद्दों का समाधान किया है. पर्रिकर बोले कि अभी तक 19 लाख 70 हजार सैनिकों को ओआरओपी के तहत पेंशन दी जा चुकी है, वहीं इसके अंतर्गत आने वाले सभी केस जनवरी तक ठीक कर लिए जाएंगे. रक्षा मंत्री ने कहा कि स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप फाइनल स्टेज में है, अगले सप्ताह इस बारे में बैठक है उम्मीद है कि इस महीने इस पर फैसला हो जाएगा.
बुलेट प्रूफ जैकेट की कमी नहीं
गोलाबारूद की कमी पर पर्रिकर ने कहा कि हथियारों के उत्पादन की क्षमता आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड में इस साल बढ़ी है, सेना के पास इस बात की पूरी ताकत दे दी गई है कि अगर हथियारों की कमी हो तो वह हथियार खरीद सके.
उन्होंने कहा कि अब सेना के पास बुलेट प्रूफ जैकेट की कोई कमी नहीं है, डीआरडीओ के प्रयासों से चंडीगढ़ में इसके लिए लैब बन गया है. वहीं अर्जेंट ऑपरेशनल जरुरतों के लिए फोर्सेज को फास्ट ट्रैक के जरिये अनुमति दे दी गई
है, वहीं इसके नए डिजाइन तैयार करने के लिए आर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड को चार महीने का वक्त दिया गया है.
मनोहर पर्रिकर ने कहा कि पहली बार तेजस का उत्पादन तेजी से हो रहा है, वहीं भारत को एक सिंगल इंजन फाइटप एयरक्राफ्ट की जरुरत होगी, इसके लिए गम स्ट्रेटिजिक पार्टनरशिप मॉडल पर काम कर रहे है. पर्रिकर ने कहा कि सुखोई विमानों की उपलब्धता पहले के 45 प्रतिशत के मुकाबले अब 64 प्रतिशत हो गई है. वहीं अग्नि 5 के सफल परीक्षण पर चीन के ऐतराज जताने पर पर्रिकर ने कुछ भी बोलने से मना किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि कश्मीर में हो रहे आतंकी हमलों के बारें में हमनें रिपोर्ट मंगवाई है.