रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे LAC में चीनी आक्रामकता को देखते हुए शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए लेह का दौरा करेंगे. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लेह अस्पताल में भर्ती सैनिकों से मिलने जाएंगे.
बता दें कि गलवान घाटी में 15 जून की रात को भारत और चीन के सैनिकों में हिंसक संघर्ष हुआ था. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. जबकि चीन ने आंकड़े भी नहीं जारी किए.सैन्य सूत्रों ने कहा कि चीनी सेना द्वारा 15 जून की रात किए गए हमले में भारतीय सेना के 76 जवान घायल हो गए थे, जिसमें से 18 गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि 58 मामूली रूप से घायल हुए. लेह के एक अस्पताल में 18 जवानों का इलाज चल रहा था, जबकि 58 अन्य विभिन्न अस्पतालों में भर्ती थे.
लेह: अस्पताल में घायल जवानों से मिले सेना प्रमुख, बोले- अभी काम पूरा नहीं हुआ है
इधर, लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर बढ़ते तनाव के बीच चीन ने अपनी तैनाती और बढ़ा दी है. चीन की ओर से सेना के दो डिविजन की तैनाती भारतीय सीमा पर की गई है. जवाब में भारतीय सेना ने भी तैनाती बढ़ाई है. इन सबके बीच भारतीय सेना को लगता है कि दोनों देशों के बीच तनाव अक्टूबर तक जारी रहेगा.
खबर है कि चीन के तिब्बत और शिनजियांग प्रांत में मौजूद 10 हजार अतिरिक्त सैनिक बीते दिनों से युद्धाभ्यास कर रहे हैं. एलएसी पर चीन की हर गतिविधि पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की नजर है. आजतक से बात करते हुए सरकार के सूत्रों ने एलएसी पर चीन की ओर से अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की पुष्टि की है.