रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को लेह के दौरे पर जाएंगे. राजनाथ सिंह पूर्वी लद्दाख में एक पुल का उद्घाटन करेंगे, जो चीन से लगी सीमा पर पहुंचने में ट्रेवल टाइम कम करेगा. इसके अलावा वापसी में राजनाथ सिंह पाकिस्तान से लगी नियंत्रण रेखा (LoC) पर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे. इस दौरान उनके साथ तीनों सेनाओं के प्रमुख भी मौजूद रहेंगे. राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर इस दौरे की जानकारी दी.
I shall be visiting Ladakh tomorrow.
Looking forward to attend the inaugural ceremony of ‘Col Chewang Rinchen Setu’ which has been constructed at an altitude of 14650 feet in the forward area of Ladakh region.
This bridge has been built by the Border Roads Organisation (BRO).
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) October 20, 2019
रक्षामंत्री राजनाथ का लेह और एलओसी दौरा उस समय सामने आ रहा है, जब भारतीय सेना ने पीओके में आतंकी ठिकानों पर गोले बरसाए हैं और आतंकियों को मार गिराया है. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बताया कि रविवार को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सीजफायर तोड़ा और गोलीबारी की, जिसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में चार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इस कार्रवाई में कई आतंकी मारे गए.
रावत ने कहा, ‘हमें सूचना मिली थी कि केरन, तंगधार और नौगाम सेक्टरों के सामने स्थित पीओके के इलाके में आतंकी शिविर चल रहे हैं, जिनको निशाना बनाया गया. इस हमले में 6 से 10 पाकिस्तानी जवान मारे गए हैं. इतनी ही संख्या में आतंकी भी मारे गए हैं.’
इससे पहले पाकिस्तानी सेना ने तंगधार में नापाक गोलीबारी की थी. पाकिस्तानी गोलीबारी के 3 घंटे के भीतर भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई की है और आतंकियों को मार गिराया है. यह पहली बार नहीं है, जब भारतीय सेना ने सीमा पार आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया है.
इससे पहले साल 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना के विमानों ने सरहद भेदकर आतंकी ठिकानों पर बम बरसाए थे. इस एयर स्ट्राइक में करीब 300 आतंकियों के मारे गए थे. हिंदुस्तान ने पहली बार पाकिस्तान की जमीन पर आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक साल 2016 के उरी हमले के बाद की थी. इस सर्जिकल स्ट्राइक में काफी संख्या में आतंकी कैंप ध्वस्त किए गए थे और आतंकवादियों को ढेर किया गया था.