भारतीय सेना को जबर्दस्त ताकत मिलने वाली है. रक्षा मंत्रालय इजरायल से 5000 स्पाइक एटीजी मिसाइल खरीदने के सौदे पर शुक्रवार को अंतिम निर्णय लेगा. सेना के लिए इन मिसाइलों की तत्काल जरूरत को देखते हुए रक्षा मंत्रालय में करीब 2000 करोड़ रुपये के इस सौदे पर निर्णय लेने के लिए बैठक होगी.
यह भारत-इजरायल रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में ही एक और कदम साबित होगा. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने हमारे सहयोगी प्रकाशन मेल टुडे को बताया, 'भारतीय सेना की पैदल बटालियन की तात्कालिक जरूरतों को देखते हुए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक होगी. इसमें सेना के लिए स्पाइक मिसाइल खरीदने के प्रस्ताव पर चर्चा हो सकती है.'
सूत्रों के मुताबिक मीटिंग के लिए तैयार प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकार सेना के वेपन सिस्टम के लिए 500 लॉन्चर और करीब 20 सिमुलेटर खरीदने पर भी विचार करेगी. ये हथियार पैदल सेना बटालियन द्वारा दुश्मन के टैंकों को नेस्तनाबूद करने के काम आते हैं.' सेना ने अपने सशस्त्र बलों को 300 मेड इन इंडिया नाग एंटी टैंक गाइडेड (ATG) मिसाइल देने का प्रस्ताव रखा है, जिस पर 300 करोड़ रुपये खर्च आएगा. इस पर भी मीटिंग में विचार हो सकता है.
सरकारी सूत्रों का कहना है कि स्पाइक से सेना की तात्कालिक जरूरतों का समाधान होगा. इसके बाद बड़े पैमाने की जरूरत भविष्य में डीआरडीओ द्वारा तैयार ऐसे एटीजी मिसाइलों से होगी जिसे सैनिक कंधे पर भी ढो सकेंगे.
गौरतलब है कि इसके पहले अमेरिका से इस तरह के एटीजी मिसाइल हासिल करने की कोशिश की गई की, लेकिन वहां की शर्तें भारत सरकार को पसंद नहीं आईं. स्पाइक तीसरी पीढ़ी की एटीजी 'फायर ऐंड फॉरगेट' मिसाइल है जो 2.5 किमी के दायरे तक मार कर सकती है. इसे दिन और रात दोनों समय इस्तेमाल किया जा सकता है.