रक्षा मंत्रालय को अपने ही एक ऑफिसर के एक ट्वीट की वजह से शर्मिंदगी उठानी पड़ी. हालांकि इस ऑफिसर को छुट्टी पर भेज दिया गया है. यह विवाद सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बना रहा.
एक ट्वीट से हुआ विवाद
दरअसल रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से शुक्रवार सुबह 9 बजकर आठ मिनट पर एक ट्वीट किया गया. इस ट्वीट का कंटेट कुछ ऐसा था कि मंत्रालय में हलचल मच गई. ये ट्वीट पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल अरुण प्रकाश पर तंज कसते हुए लिखा गया था.
इस ट्वीट में लिखा गया था, "आप उन जवानों के गलत इस्तेमाल के बारे में क्या कहेंगे सर जो एक अधिकारी अपने सर्विस के दौरान करता है? फौजी गाड़ी में अधिकारियों के बच्चों को स्कूल ले जाना और ले आने के बारे में आपकी क्या राय है? सरकारी गाड़ी में मैडम की शॉपिंग को भी मत भूलिए, और फिर कभी ना खत्म होने वाली पार्टियां, इनका भुगतान कौन करता है?"
ये है पूरा मामला
दरअसल पूर्व नेवी चीफ ने ट्वीट कर एक तस्वीर पर आपत्ति जताई थी, जहां एक शख्स सेना के सरकारी झंडे का कथित तौर पर गलत इस्तेमाल कर रहा था. पूर्व नेवी चीफ ने ट्वीट किया, "हालांकि सेना के प्रतीकों का नागरिकों द्वारा गलत इस्तेमाल संज्ञेय अपराध नहीं है, फिर भी सैन्य अफसरों द्वारा इस शख्स को फटकार लगाई जानी चाहिए." रक्षा मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इसी पर टिप्पणी की गई थी.
इससे कुछ ही घंटों में तूफान उठ खड़ा हुआ. रक्षा मंत्रालय ने पूर्व नेवी चीफ पर सवाल उठाने वाले ट्वीट को पहले तो डिलीट किया फिर एक नया ट्वीट किया, "इस ट्वीट को अनजाने में किया गया था, और इसे लेकर हमें बेहद अफसोस है."
शाम होते-होते रक्षा मंत्रालय के उसी ट्विटर अकाउंट से एक और ट्वीट हुआ. अब तक ये मामला हाई प्रोफाइल हो चुका था. ट्वीट में लिखा गया, "कर्नल अमन आनंद को रक्षा मंत्रालय का कार्यकारी आधिकारिक प्रवक्ता बनाया गया है, क्योंकि इससे पहले के प्रवक्ता छुट्टी पर चले गये हैं."
हालांकि रक्षा मंत्रालय के अधिकारी छुट्टी पर चले गए हैं लेकिन मंत्रालय को बिना वजह एक विवाद का सामना करना पड़ा.Col. Aman Anand, took over as the acting Official Spokesperson of MOD as the Spokesperson proceeds on leave.
— Defence Spokesperson (@SpokespersonMoD) October 26, 2018