दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने रविवार को पार्टी दफ्तर में इफ्तार पार्टी का आयोजन किया. इफ्तार में पूर्व सीएम शीला दीक्षित समेत पूर्व विधायकों और मंत्रियों ने भी शिरकत की.
इफ्तार के मौके पर पार्टी नेताओं ने राजनीतिक ख्वाब भी साझा किया. कांग्रेस ने इस दौरान प्रदेश दफ्तर में सभी धर्म के प्रतिनिधियों को इकट्ठा किया.
मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने अगली ईद तक राजनीतिक बदलाव के संकेत दिए. शीला दीक्षित ने कहा कि 2019 नजदीक है और 2019 में कांग्रेस सत्ता में वापसी करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री की बात का प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने खुलकर समर्थन किया. उन्होंने उम्मीद जताई कि अगली ईद तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार होगी.
कुल मिलाकर रमजान के महीने में कांग्रेस ने एक बार फिर इफ्तार पार्टी के माध्यम से ही सही वोटर और नेताओं को एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है. इसके साथ ही इफ्तार के बहाने से कांग्रेस को उम्मीद है कि उससे पिछले काफी समय से रूठे हुए मुस्लिम वोटर शायद आने वाले चुनावों में एक बार फिर उनके साथ होंगे. इसी उम्मीद के साथ अब इंतजार अगले साल का है कि तब तक कांग्रेस राजनीतिक तौर पर कितनी मजबूत हो पाती है.
राहुल गांधी 13 जून को इफ्तार पार्टी का आयोजन
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी 13 जून को इफ्तार पार्टी देंगे. कांग्रेस दो साल के अंतराल के बाद इफ्तार का आयोजन करने जा रही है. पार्टी के अल्पसंख्यक विभाग को इफ्तार के आयोजन की जिम्मेदारी दी गई है.
राहुल के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी की ओर से पहली बार इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है. यह आयोजन ताज पैलेस होटल में होगा. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष रहने के दौरान सोनिया गांधी ने 2015 में इफ्तार का आयोजन किया था.
कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से इफ्तार का आयोजन उस वक्त किया जा रहा है जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में होने वाली इफ्तार का आयोजन नहीं करने का फैसला किया है. राष्ट्रपति कोविंद की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति भवन में किसी तरह कोई धार्मिक आयोजन नहीं होगा.