दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल रविवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम से दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर पार्टी के अगले आंदोलन का बिगुल बजाएंगे.
केजरीवाल लगातार दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रहे हैं. रविवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में अरविंद केजरीवाल दिल्ली को पूरे अधिकार दिए जाने की मांग को लेकर एक नए आंदोलन का ऐलान करेंगे. दरअसल इसे केजरीवाल की 2019 के लोकसभा चुनावों में प्रचार की शुरुआत के तौर पर भी देखा जा रहा है.
आम आदमी पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी अगला लोकसभा चुनाव दिल्ली की सभी सातों सीटों पर पूर्ण राज्य के मसले पर ही लड़ेगी और इसकी तैयारी के लिए आंदोलन की रणनीति बनाई गई है, जिससे दिल्ली के आम नागरिकों तक इस मुद्दे को गंभीरता से पहुंचा़या जा सके.
'आप' 1 जुलाई से दिल्ली के सभी इलाकों में घर-घर जाने की मुहिम शुरू करेगी. इसमें पार्टी कार्यकर्ता केजरीवाल की चिट्ठी लेकर हर घर तक दिल्ली को पूर्ण राज्य दिए जाने का मुद्दा पहुंचाएंगे.
चिट्ठी में केजरीवाल ने दिल्ली वालों को यह बताया है कि अगर दिल्ली को पूरे अधिकार मिले तो कैसे यहां सरकार सारे काम जल्दी कर सकती है. केजरीवाल ने दिल्लीवालों से वादा किया है कि अगर दिल्ली को पूर्ण अधिकार मिले तो दिल्ली के हर नागरिक को उसका अपना घर मिल सकता है और हर युवक को नौकरी दी जा सकती है.
दिल्लीवालों के नाम लिखी गई इस चिट्ठी में उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली को पूर्ण अधिकार मिल जाए तो हर बच्चे को कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है साथ ही दिल्ली में कानून व्यवस्था बेहतर की जा सकती है जिससे महिलाओं की सुरक्षा भी बढ़ेगी.
चिट्ठी के जरिए केजरीवाल बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर निशाना साधते हुए दिल्ली के आम लोगों तक यह संदेश देने की कोशिश करेंगे कि एक समय पर दोनों ही पार्टियों ने दिल्ली को पूर्ण राज्य देने का वायदा किया, लेकिन अपने वादे से दोनों पार्टियों मुकर गईं.
रविवार को इंदिरा गांधी स्टेडियम से केजरीवाल अपनी इस नई रणनीति का ऐलान करेंगे, जिसके जरिए पार्टी 10 लाख चिट्टियों पर दस्तखत लेकर उसे प्रधानमंत्री को भेजेगी. इससे पहले आईएएस अधिकारियों की हड़ताल और उपराज्यपाल द्वारा राशन की डोर स्टेप डिलीवरी की योजना लटकाए रखने के विरोध में केजरीवाल 8 दिन तक उपराज्यपाल आवास पर धरने पर बैठे रहे और तब लगभग सभी विरोधी पार्टियों ने उनका समर्थन किया था. कई राजनीतिक दलों ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग का समर्थन भी किया. राजनीतिक समर्थन मिलने के बाद कि आप इसी मुद्दे को लेकर लोकसभा चुनाव में जाने की तैयारी कर रही है.