दिल्ली के जंतर-मंतर पर किसानों के महा आंदोलन में हिस्सा लेने पहुंचे सीएम अरविंद केजरीवाल ने मोदी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि अगर स्वामीनाथन रिपोर्ट को नहीं लागू किया जाता है तो राजधानी की सड़कों पर आए यह किसान 2019 में कयामत ढा देंगे. पढ़िए केजरीवाल के भाषण की 10 बड़ी बातें-
- सीएम केजरीवाल ने कहा कि जिस देश के अंदर किसान आत्महत्या कर रहे हों, भुखमरी के कगार पर हों, ऐसा देश तरक्की नहीं कर सकता है.
- उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार के राज में बॉर्डर पर खड़ा जवान दुखी है, खेत में मेहनत कर रहा किसान दुखी है. प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की पीठ में छुरा घोंपा है.
- बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए केजरीवाल ने कहा कि मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया है कि स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू नहीं किया जा सकता है. अगर पांच महीने में सरकार हलफनामा वापस लेकर रिपोर्ट को लागू नहीं करती है तो यह किसान 2019 में बीजेपी के खिलाफ कयामत ढा देंगे.
- केजरीवाल ने अपने भाषण के दौरान तीन मांगें कीं. इसमें पहली किसानों का कर्ज माफ करने की है. उन्होंने कहा कि देश के सभी किसानों का कर्ज माफ होना चाहिए.
- बीजेपी सरकार को अपना वादा याद दिलाते हुए केजरीवाल ने कहा कि 2014 के चुनाव में बीजेपी ने कहा था कि किसानों की उपज की लागत 100 रुपए आएगी तो हम उसे 150 रुपए देंगे, लेकिन सरकार अपना वादा भूल गई. किसानों को उनकी फसल का पूरा दाम मिलना चाहिए.
- उन्होंने कहा कि किसानों को भीख नहीं चाहिए, किसानों को उनका हक चाहिए. अगर उनको उनका हक मिल जाएगा तो वह आपसे कर्ज माफी की मांग नहीं करेंगे. अपने बेटे-बेटी की शादी करेंगे. खुशहाल रहेंगे.
- सरकार एमएसपी निर्धारित कर देती है, लेकिन बाजार में उनकी फसल को कम रेट पर खरीदा जाता है. सरकार एमएसपी के आधार पर ही किसानों की फसल खरीदे.
- फसल बीमा योजना को फ्रॉड बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि यह बीजेपी की डाका योजना है. किसानों से तीन साल में लाखों-करोड़ों रुपए ले लिए गए, बदले में उन्हें धोखा दिया गया. इस योजना के जरिए बीजेपी निजी कंपनियों को फायदा पहुंचा रही है.
- दिल्ली सरकार के काम को याद दिलाते हुए केजरीवाल ने कहा कि हमने राज्य के किसानों को फसल बर्बाद होने पर 50 हजार रुपए प्रति हेक्टेअर की दर से मुआवजा दिया, अगर दिल्ली सरकार यह काम कर सकती है तो मोदी सरकार को मुआवजा देने में क्या दिक्कत है.
- केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आपको जितनी चिंता अंबानी, अडाणी की होती है, अगर उसकी 10 फीसदी चिंता किसानों की हो जाए तो उनके दिन बहुर जाएंगे. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कीजिए वरना 2019 में सिर्फ अंबानी, अडाणी से वोट लीजिएगा.
बता दें कि कर्ज माफी समेत कई मांग को लेकर देश भर के करीब एक लाख किसान आज रामलीला मैदान से संसद भवन तक रैली निकाल रहे हैं. इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला, सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी, लोकतांत्रिक जनता दल के मुखिया शरद यादव समेत कई नेताओं ने हिस्सा लिया. ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKSCC) के नेतृत्व में हो रहे इस आंदोलन में तमिलनाडु, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, गुजरात और यूपी सहित कई राज्यों से किसान दिल्ली पहुंचे हैं. सभी किसान बिजवासन से 26 किलोमीटर पैदल मार्च करते हुए गुरुवार शाम पांच बजे तक रामलीला मैदान पहुंचे थे.