चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों को अयोग्य करार दिया, तो पार्टी में राजनीतिक भूचाल उठ खड़ा हुआ. कई नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला. सीएम अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की भी बात चली. इस बीच दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आज तक से एक्सक्लूसिव बातचीत में अपनी बात रखी.
उन्होंने कहा कि हम स्कूल बना रहे हैं, कॉलेज बना रहे हैं, अस्पताल बना रहे इसके बावजूद अरविंद केजरीवाल इस्तीफा क्यों दें? कोई विधायक सचिवालय में अगर किसी कमरे में बैठ गया तो क्या वह लाभ का पद हो गया. क्या सचिवालय में लिफ्ट के इस्तेमाल पर भी विधायकों से पैसे लिए जाएंगे.
कुमार विश्वास के आरोपों पर भी मनीष सिसोदिया ने सफाई दी. उन्होंने कहा कि कुमार विश्वास ने क्या कहा मैं उनसे बात कर लूंगा उन मुद्दों पर मीडिया में नहीं लाऊंगा. हम आम जनता की अदालत में है और हमें उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा.
बहुत ही बारीक तकनीकी पेंच का हवाला देकर हमारे विधायकों को निलंबित किया गया. हरियाणा, मध्यप्रदेश में भी संसदीय सचिव नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें तनख्वाह भी मिलती है और लाभ भी मिलता है. उन्हें क्यों नहीं हटाया जाता. हम अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए हमारे पीछे पड़े हुए हैं.
सिसोदिया ने आगे कहा कि दिल्ली की जनता क्या नहीं दिख रही है कि हम उनके लिए क्या कर रहे हैं. जब चुनाव की नौबत आएगी तब देखेंगे कि किसी पर विधायक का उम्मीदवार बदलने की जरूरत है या नहीं. अभी हम अदालत के दरवाजे पर हैं और जरूरत पड़ी तो जनता के दरवाजे पर भी जाएंगे. अरविंद केजरीवाल को जनता ने इस्तीफा देने के लिए नहीं भेजा था.
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