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Delhi Election: चुनाव परिणाम के पूर्वानुमानों में इंडिया टुडे कैसे रहता है सबसे सटीक?

देश में होने वाले किसी चुनाव के नतीजे क्या रहेंगे, ये सटीक अनुमान 'आजतक' पिछले कई वर्ष से लगातार लगाता आ रहा है. यही वजह है कि भरोसे की कसौटी पर इस एग्जिट पोल का कहीं कोई सानी नजर नहीं आता.

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प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

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  • दिल्ली के नतीजों में भी इंडिया टुडे–एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल सबसे सटीक
  • सर्वे में सिर्फ आंकड़ों पर ही नहीं और भी कई फैक्टर पर दिया जाता है ध्यान
देश में होने वाले किसी चुनाव के नतीजे क्या रहेंगे, ये सटीक अनुमान 'आजतक' पिछले कई वर्ष से लगातार लगाता आ रहा है. यही वजह है कि भरोसे की कसौटी पर इस एग्जिट पोल का कहीं कोई सानी नजर नहीं आता.

इंडिया टुडे–एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल ने दिल्ली विधानसभा के लिए 8 फरवरी को हुए मतदान में आम आदमी पार्टी (AAP) की प्रचंड जीत का पूर्वानुमान जताया था. एग्जिट पोल में 70 सदस्यीय विधानसभा में AAP को 59-68 सीट मिलते दिखाई गईं. वहीं एग्जिट पोल में बीजेपी और उसके सहयोगियों को 2-11 और कांग्रेस को शून्य सीट मिलने का अनुमान जताया गया था.

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मंगलवार की शाम तक जब नतीजे आए, एग्जिट पोल के पूर्वानुमान सटीक साबित हुए. असल नतीजों में AAP को 62 और बीजेपी को 8 सीट पर जीत मिली. कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका. एक बार फिर इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल ने विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव की सबसे सही और सटीक तस्वीर पेश की. आजतक के अलावा कोई भी अन्य मीडिया संस्थान इतनी सटीकता से चुनाव नतीजों का पूर्वानुमान नहीं लगा पाया.

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इंडिया टुडे–एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल इसलिए सटीक साबित होते रहे हैं, क्योंकि इसके सर्वे सिर्फ आंकड़ों पर ही नहीं टिके होते. मसलन, दिल्ली में चुनाव सर्वेक्षकों ने वोटिंग स्वभाव, प्राथमिकता के साथ शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बसे लोगों के मनोविज्ञान को ध्यान में रखा. सर्वेक्षकों ने वोटरों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि, आर्थिक स्थिति, रोजगार, आयु-वर्ग, जाति और धार्मिक जुड़ाव का भी गहनता से अध्ययन किया. इसी मॉडल को हर एग्जिट पोल में अपनाया गया. यही वजह है कि करीब करीब सभी एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित हुए.  

झारखंड पूर्वानुमान

इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल ने झारखंड में बीजेपी के हाथ से सत्ता जाने का पूर्वानुमान लगाया था. एग्जिट पोल में 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बीजेपी को 22-32 सीटें मिलती दिखाई थीं. वहीं विपक्षी गठबंधन जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी को 38 से 50 सीट मिलने का अनुमान लगाया था. असल नतीजे इससे अलग नहीं रहे. बीजेपी को 25 और प्रतिद्वंद्वी गठबंधन को 47 सीट पर कामयाबी मिली.

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हरियाणा, महाराष्ट्र के पूर्वानुमान   

हरियाणा के लिए इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल में बीजेपी को 32 से 44 सीट मिलने का अनुमान लगाया गया था. साथ ही कांग्रेस के खाते में 30 से 42 सीट जाते दिखाई गई थीं. असल नतीजों में बीजेपी को 40 और कांग्रेस को 31 सीट मिलीं. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना चुनाव पूर्व गठबंधन को 161सीट पर जीत मिली. ये नतीजे करीब करीब इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के अनुमान के मुताबिक ही रहे. महाराष्ट्र में आखिरकार शिवसेना, एनसीपी-कांग्रेस ने चुनाव उपरांत गठबंधन बनाकर राज्य में सरकार बनाई.

विश्वसनीय ट्रैक रिकॉर्ड

2013 से 2020 में अब तक देश में जितने भी चुनाव हुए, 95% मामलों में इंडिया टुडे – एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल सर्वेक्षणों के अनुमान सबसे सही साबित हुए. 2013 से अब तक एक्सिस माय इंडिया ने 40 एग्जिट पोल किए जिनमें से 38 में पूर्वानुमान सही साबित हुए. 2016 में इंडिया टुडे से जुड़ाव के बाद एक्सिस माय इंडिया ने मिल कर 35 एग्जिट पोल किए जिनमें से 33 सटीक साबित हुए.  

2019 के आम चुनाव में भी रहा सटीक

2019 लोकसभा चुनाव के दौरान, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए इंडिया टुडे – एक्सिस माय इंडिया ने सबसे बड़ा एग्जिट पोल कराया. इसमें बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के लिए 339-365 सीट मिलने का अनुमान जताया गया. साथ ही विपक्षी यूपीए को 77-108 सीट मिलती दिखाईं. असल नतीजों की तस्वीर इससे अलग नहीं रही. एनडीए को असल नतीजों में 352 और यूपीए को 92 सीट पर जीत मिली. एक्सिस-माय-इंडिया के प्रमुख प्रदीप गुप्ता एक के बाद एक सफल पूर्वानुमानों के पीछे टीम भावना और मतदाताओं की नब्ज़ की वैज्ञानिक मॉनिटरिंग को श्रेय देते हैं.  

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प्रदीप गुप्ता ने बताई मेथेडोलॉजी

प्रदीप गुप्ता कहते हैं, "हम अंतर्राष्ट्रीय स्तर के श्रेष्ठ तौर तरीके अपनाते हैं. हमारी मेथेडोलॉजी इस तरह की है जिसमें त्रुटि का अंतर कम से कम रहता है. इसके अलावा सैम्पलिंग को लेकर भी पूरी सतर्कता बरती जाती है जिससे कि किसी भी चुनाव में आबादी और राजनीतिक प्रतिनिधित्व के लिहाज से विस्तृत दायरे को कवर किया जा सके. यही वजह है कि हार्वर्ड बिजनेस स्कूल एक्सिस-माय-इंडिया की ओर से लोकसभा चुनाव 2019 के लिए किए गए पूर्वानुमानों पर केस स्टडी कर रहा है.

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