प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने रक्षा सौदों में कमीशन मामले में रॉबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर शुक्रवार सुबह से छापेमारी कर रही है. ये छापेमारी दिल्ली समेत एनसीआर इलाके में की जा रही है. ED ने रॉबर्ट वाड्रा के बेहद करीबी रहे कांग्रेस नेता जगदीश शर्मा के ठिकाने पर भी छापेमारी की है.
दिल्ली के धर्म मार्ग स्थित जगदीश शर्मा के ट्रस्ट 'भारती संगम' के दफ्तर में कई घंटे तक ED ने तफ्तीश की. इसके बाद ED की टीम जगदीश शर्मा को लेकर बाहर निकली और अब मामले में पूछताछ करेगी. ED की टीम जगदीश शर्मा के ट्रस्ट वाले दफ्तर से कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स लेकर निकली है. ED की टीम जगदीश शर्मा से पूछताछ के दौरान मामले से संबंधित जानकारी हासिल करने की कोशिश करेगी.
Delhi: Enforcement Directorate has conducted a raid at the residence of Congress' Jagdish Sharma. He has been taken to the ED office for questioning. pic.twitter.com/hBHkMaRNq1
— ANI (@ANI) December 8, 2018
शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे ED ने जगदीश शर्मा को उनके पीतमपुरा स्थित घर से उठाया और फिर लेकर धर्म मार्ग चाणक्यपुरी के दफ्तर पहुंची. पूरे दिन और पूरी रात तफ्तीश करने के बाद शनिवार को ईडी शर्मा को अपने साथ लेकर चली गई.
वहीं, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी कंपनी के एडवोकेट तबरेज का आरोप है कि ईडी दिल्ली के सुखदेव विहार स्थित वाड्रा के ऑफिस में दरवाजे तोड़कर अंदर घुसी और कर्मचारियों को 13 से 14 घंटे तक बंद रखा. उनका कहना है कि ईडी ने गेट में लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ दिया और ऑफिस को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया. उन्होंने दफ्तर के सभी केबिन के ताले भी तोड़ दिए हैं. ईडी सूत्रों के मुताबिक स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी के सुखदेव विहार स्थित कार्यालय में शुक्रवार दोपहर 11 बजे से छापेमारी की कार्रवाई शुरू की. ईडी की छापेमारी की यह कार्रवाई 16 घंटे तक चली. वहीं, रॉबर्ट वाड्रा के वकील ने इन छापों को बदले की राजनीति से प्रेरित और दुर्भावनापूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि ईडी को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए.
इसके अलावा वाड्रा के वकील सुमन ज्योति खेतान ने भी इन छापों को बदले की राजनीति और दुर्भावनापूर्ण बताया है. खेतान ने कहा, 'पांच वर्षों से, वर्तमान सरकार ने मेरे मुवक्किल वाड्रा को डराने, उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने का हरसंभव प्रयास किया है. सरकार ने बदनियती और उनकी छवि को बिगाड़ने और उनके परिजनों पर निशाना साधने के लिए ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग समेत सभी एजेंसियों का इस्तेमाल किया.'