scorecardresearch
 

दिल्ली गैंगरेप: बोले बचाव पक्ष के वकील, नई उम्र के बच्चे हैं, माफ कर दो

दिल्ली गैंगरेप मामले में पूरा देश दरिंदों को कड़ी सजा देने के पक्ष में है, लेकिन बचाव पक्ष के वकील अब भी जोर आजमाइश कर रहे हैं. दोषियों की सजा पर बहस पूरी होने के बाद बुधवार को बचाव पक्ष के वकील एपी सिंह ने कहा कि अगर उनके मुवक्किलों ने अपराध किया भी है तो उनकी उम्र और बैकग्राउंड देखते हुए उन्हें एक मौका दिया जाना चाहिए.

Advertisement
X
एपी सिंह
एपी सिंह

दिल्ली गैंगरेप मामले में पूरा देश दरिंदों को कड़ी सजा देने के पक्ष में है, लेकिन बचाव पक्ष के वकील अब भी जोर आजमाइश कर रहे हैं. दोषियों की सजा पर बहस पूरी होने के बाद बुधवार को बचाव पक्ष के वकील एपी सिंह ने कहा कि अगर उनके मुवक्किलों ने अपराध किया भी है तो उनकी उम्र और बैकग्राउंड देखते हुए उन्हें एक मौका दिया जाना चाहिए.

Advertisement

साकेत अदालत के बाहर मीडिया से बात करते हुए दोषियों के वकील एपी सिंह ने कहा, 'सरकारी वकील ने फांसी मांगी है, लेकिन हम बचाव पक्ष के वकीलों का कहना है कि ये नई उम्र के बच्‍चे हैं. अगर उन्‍होंने कोई जुर्म किया भी है तो उन्‍हें एक मौका दिया जाना चाहिए.'

बहस के दौरान क्या बोले दरिंदो के वकील
दरिंदों को बचाने के लिए उनके वकील ने महात्मा गांधी का उदाहरण तक दे डाला. उन्होंने कोर्ट में दलील दी कि महात्मा गांधी भी फांसी के खिलाफ थे. उन्होंने कहा कि फांसी की सजा मूल अधिकारों का हनन है और ऐसे मामलों में उम्रकैद की सजा ही दी जाती है. उन्होंने भावनात्मक आधार पर भी दोषियों के लिए कम सजा की मांग की. उन्होंने कहा कि सभी दोषियों की उम्र 30 साल से कम है, वे गरीब परिवार से हैं और परिवार उन पर आश्रित हैं, इसलिए उन्हें फांसी की सजा न सुनाई जाए.

Advertisement

अक्षय ठाकुर के वकील ने कहा कि उनका मुवक्किल अभी 19 साल का है, इसलिए उसके सुधरने की उम्मीद है. वहीं मुकेश के पक्ष में दलील दी गई है कि वह भले ही बस चला रहा हो, पर इसका यह मतलब नहीं कि उसने वारदात को अंजाम दिया हो.
कल भी लगाया था आरोप

मंगलवार को जब साकेत अदालत ने चारों आरोपियों को दोषी करार दिया था, तब भी एपी सिंह ने इसे राजनीतिक दबाव में सत्ता पक्ष की ओर से थोपा गया फैसला बताया था. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा था कि पवन गुप्ता, विनय शर्मा, मुकेश कुमार और अक्षय ठाकुर के पास धनबल और जनबल नहीं था. इसलिए उन्हें साजिश के तहत फंसाया गया. एपी सिंह ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि वोटों की राजनीति के लिए यह फैसला दिया गया है.

उन्होंने कहा था कि वह हाईकोर्ट में फैसले को चुनौती देंगे और आरोपियों को निर्दोष साबित करके दिखाएंगे.

Advertisement
Advertisement