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LIVE: दिल्ली गैंगरेप पर आज आएगा फैसला, लड़की की मां ने की फांसी की मांग

16 दिसंबर के दिल्ली गैंगरेप केस के लिए आज का दिन सबसे अहम है. देश को झकझोर देने वाले इस जघन्य मामले पर दोपहर 12: 30 बजे फैसला आने वाला है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना चारों आरोपियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर की सजा का फैसला करेंगे. पुलिस आरोपियों को लेकर कोर्ट पहुंच चुकी हैं.

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दिल्ली गैंगरेप
दिल्ली गैंगरेप

16 दिसंबर के दिल्ली गैंगरेप केस के लिए आज का दिन सबसे अहम है. देश को झकझोर देने वाले इस जघन्य मामले पर दोपहर 12: 30 बजे फैसला आने वाला है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश योगेश खन्ना चारों आरोपियों मुकेश सिंह, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय ठाकुर को सजा सुनाएंगे. पुलिस आरोपियों को लेकर साकेत कोर्ट पहुंच चुकी हैं. सजा सुनाए जाने से पहले आरोपी बेहद घबराए हुए हैं. आरोपी मुकेश ने आज सुबह नाश्ता भी नहीं किया.

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23 साल की फीजियोथेरेपिस्ट छात्रा के साथ हुई दरिंदगी के 9 महीने बाद फैसला आ रहा है. लड़की के घर वाले सुबह 10:30 बजे ही कोर्ट पहुंच गए हैं. लड़की के पिता ने आरोपियों को फांसी देने की मांग की है. लड़की की मां ने भी कहा है कि आरोपियों को फांसी की सजा होगी तो देश में कड़ा संदेश जाएगा. लड़की के दोस्त और घटना के चश्मदीद अवनींद्र पांडे ने आज तक से कहा कि कानून से बढ़कर कुछ भी नहीं है और अगर जरूरत पड़ी तो हम आगे अपील करने को भी तैयार हैं.

130 बार बैठी अदालत, 85 गवाह हुए पेश
साकेत कोर्ट के कमरा नंबर 304 में गैंगरेप पर सबसे बड़ा फैसला सुनाया जाएगा. मामले पर जिरह के लिए 7 महीने में 130 बार अदालत बैठी और सुनवाई पूरी होने के बाद 3 सितंबर को कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इस केस में अभियोजन पक्ष की ओर से कुल 85 गवाह पेश किए गए, जिनमें सबसे अहम रहा घटना का चश्मदीद और पीड़ित लड़की का दोस्त. लड़की जब अस्पताल में भर्ती थी तो अपनी मौत से पहले उसने आरोपियों को जिंदा जला देने की मांग की थी.

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बिटिया का बयान अहम कड़ी
दिल्ली की साकेत कोर्ट में जो सबूत पेश किए गए, उनमें शामिल है, लड़की का मरने से पहले दिया गया बयान, वो बस जिसमें वारदात को अंजाम दिया गया था, आरोपियों की बस का सीसीटीवी फुटेज, गैंगरेप के आरोपियों के खून से सने कपड़े, डीएनए सैंपल, फॉरेंसिक और मेडिकल रिपोर्ट. 16 दिसंबर की रात गैंगरेप की शिकार हुई लड़की 13 दिन तक अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझती रही और आखिर में सिंगापुर के अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया था.

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16 दिसंबर को हुई थी घटना
देश भर को झकझोर देने वाली ये वारदात 16 दिसंबर, 2012 की सर्द रात की है. लड़की अपने दोस्त के साथ 'लाइफ ऑफ पाई' फिल्म देखकर निकली थी और मुनिरका से अपने दोस्त के साथ चार्टर्ड बस में चढ़ गई. इस बस में छात्रा के साथ कई बार गैंगरेप किया गया और बाद में बेसुध हालत में उसको उसके दोस्त के साथ सड़क पर फेंक दिया. आरोपियों ने सड़क पर फेंकने के बाद दोनों को कुचलकर मारने का भी प्लान बनाया था.

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नाबालिग आरोपी को सुनाई जा चुकी है सजा
इस सनसनीखेज वारदात के महज 19 दिन बाद 2 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी. पुलिस ने इस मामले में कुल 6 आरोपी बनाए जिनमें से मुख्य आरोपी राम सिंह ने इसी साल 11 मार्च को तिहाड़ जेल में आत्महत्या कर ली, जबकि छठे नाबालिग आरोपी को दोषी मानते मानते हुए ज्यूवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने सुधरने के लिये 3 साल तक बाल सुधार गृह भेज दिया.

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आरोपियों के परिवार को अब भी आस
दिल्ली गैंगरेप केस के जिन 4 आरोपियों पर फैसला आना है, उनमें से एक अक्षय ठाकुर के परिवारवालों ने उसे निर्दोष बताया है. बिहार के औरंगाबाद में अक्षय की मां सजा का नाम सुनते ही रो पड़ती है. मां का कहना है कि कोर्ट पर भरोसा है. अक्षय के चाचा का कहना है कि परिवार की उम्मीदें अभी भी जिंदा है. वे कहते हैं, उनका भतीजा अक्षय निर्दोष है लेकिन कोर्ट का जो भी फैसला आएगा उन्हें मंजूर होगा.

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