कपिल मिश्रा के आरोपों से जूझ रहे अरविंद केजरीवाल की मुश्किल और बढ़ गई है. आम आदमी पार्टी की सरकार में पूर्व मंत्री आसिम अहमद खान ने आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने उनसे 5 करोड़ रुपये मांगे थे.
क्या हैं आसिम के आरोप?
खान के मुताबिक केजरीवाल ने ये पैसे पंजाब में केबल नेटवर्क खरीदने के लिए मांगे थे. उनकी मानें तो इतने पैसे ना जुटाने पाने के बाद दिलीप पांडेय ने उनके साथ पार्टी की बैठक में हाथापाई की. मसला पार्टी के कुछ नेताओं के बीच-बचाव के बाद ही सुलझ पाया था. आसिम खान के मुताबिक आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब के केबल नेटवर्क पर कब्जा करना चाहती थी ताकि कोई उसके खिलाफ खबर ना चला पाए. लेकिन जब वो केजरीवाल की ये मांग पूरी नहीं कर सके तो उन्हें झूठे आरोप लगाकर हटा दिया गया. आसिम खान का दावा है कि आम आदमी पार्टी के भीतर सरकार बनने के 15 दिन बाद से ही लेन-देन का खेल चल रहा है और उनके पास आरोप साबित करने के लिए पुख्ता सबूत मौजूद हैं.
झूठे स्टिंग में फंसाया
आसिम अहमद खान का दावा है उन्हें केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों में फंसाकर मंत्री पद से हटाया. खबरों के मुताबिक खान का कहना है कि उनके पास ऐसा स्टिंग है जिसमें अमानतुल्ला समेत चार और विधायक बता रहे हैं कि केजरीवाल ने 11 लाख रुपये देकर उनके खिलाफ झूठा स्टिंग ऑपरेशन करवाया था.
कौन हैं आसिम अहमद खान?
पेशे से बिल्डर आसिम अहमद खान आम आदमी पार्टी के टिकट पर पुरानी दिल्ली की मटिया महल सीट से विधायक चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता शोएब इकबाल को 26 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी थी. इसके बाद केजरीवाल ने उन्हें खाद्य और नागरिक आपूर्ति और अल्पसंख्यक विभागों समेत कई और मंत्रालय सौंपे थे. खान आम आदमी पार्टी के अल्पसंख्यक सेल के सदस्य भी रह चुके हैं. लेकिन 2015 में एक ऐसा ऑडियो सामने आया जिसमें वो मटिया महल में अवैध निर्माण के लिए 6 से 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगते हुए सुने गए. इसके बाद केजरीवाल ने उन्हें मंत्रिमंडल से हटा दिया था.
एक और बागी विधायक उतरे समर्थन में
इधर, आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कर्नल देवेंद्र सहरावत भी आसिम खान के समर्थन में उतर आए हैं. उनका कहना है कि अब केजरीवाल बेनकाब हो गए हैं. सहरावत की मानें तो आम आदमी पार्टी में केजरीवाल की नाफरमानी करने वालों को झूठे आरोपों में फंसा दिया जाता है.