युमना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर चुका है. शुक्रवार आधी रात के बाद युमना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया. इसके साथ ही यमुना किनारे पर बसे लोगों को वहां से हटा लिया गया.
यमुना में बाढ़ के खतरे को देखते हुए पहले ही वहां रहने वालों को अलर्ट कर दिया गया था. यमुना में खतरे का निशान 204.83 मीटर है जबकि इस वक्त यमुना का जलस्तर 204.96 है. यानी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है.
माना जा रहा है कि लगातार बारिश की वजह से ऐसा हुआ है, लेकिन चिंता करने की बात ये है कि रविवार तक यमुनानगर के हथिनीकुंड से छोड़ा गया 2 लाख क्यूसेक पानी भी दिल्ली पहुंच जाएगा. ऐसे में दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ आ सकती है और हालात चिंताजनक हो सकते हैं.
बाढ़ के हालात को देखते हुए दिल्ली के सिंचाई विभाग ने यमुना के आस-पास के इलाकों में रहने वालों को अलर्ट जारी कर दिया है. दिल्ली में लगातार बरसात की वजह से यमुना नदी में पहले से ही काफी पानी भरा था और उसके बाद हरियाणा में यमुनानगर के हथिनीकुंड से दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया जिससे यमुना में पानी का लेवल खतरे के निशान को पार कर गया.
उधर दिल्ली में हो रही ज़ोरदार बारिश की वजह से सराय काले ख़ां के ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़िस में 2 से 3 फीट पानी भर गया. इसकी वजह से सारा काम ठप हो गया. यहां तक कि ऑफिस के अन्दर पानी भर जाने से सारे पेपर भी पानी में डूब गए थे लेकिन बाद में इन काग़ज़ों को उठा लिया गया.
ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में पानी भरने की शिकायत जल बोर्ड कर्मचारियों से की जा चुकी है. अधिकारी मौके का मुआयना भी कई बार कर चुके है लेकिन किसी तरह पानी निकालने की व्यवस्था बनाने की मशक्कत नहीं की गई.