मुनाफे में चल रही दिल्ली मेट्रो ने जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी :जेआईसीए: को कर्ज के तौर पर लिए गए 567 करोड़ रुपए और ब्याज का धन वापस कर दिया है. इसमें पहले चरण में ली गयी कर्ज की राशि और पहले एवं दूसरे चरण के ब्याज की राशि शामिल है.
पहले जापान अंतरराष्ट्रीय सहायता बैंक (जेबीआईसी) के नाम से प्रख्यात जेआईसीए ने 1.30 फीसदी से 2.30 फीसदी के सालाना ब्याज पर दिल्ली मेट्रो को पहले चरण में 6434 करोड़ रुपए की राशि कर्ज के तौर पर दी थी.
दिल्ली मेट्रो के प्रवक्ता अनुज दयाल ने कहा कि पहले चरण में 65 किलोमीटर की रेल लाइन का निर्माण होना था जो 2002 में पूरा कर लिया गया. इसमें कुल 10,571 करोड़ रुपए की लागत आयी जिसका 60 फीसदी खर्च जेआईसीए ने दिया.
मेट्रो ने 2007 से पहले चरण के लिए लिया गया कर्ज वापस करना शुरू किया और पहले चरण के लिए लौटाया गया कुल ऋण 95.83 करोड़ रुपए है. पहले एवं दूसरे चरण के लिए कर्ज के तौर पर ली गयी राशि के ब्याज के तौर पर 471.73 करोड़ रुपया भी वापस कर दिया गया है.