दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के एक बड़े इलाके में बादलों की आवाजाही के बीच पिछले 24 घंटे से रुक रुककर बारिश हो रही है. तेज हवाओं के बीच नोएडा-ग्रेटर नोएडा में कई जगहों पर ओलावृष्टि रिकॉर्ड की गई है. पहाड़ी इलाकों की बात करें तो जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कई जगहों पर भारी बारिश और हिमपात रिकॉर्ड किया गया है. जम्मू कश्मीर में पीर पंजाल की पहाड़ियों में जबरदस्त हिमपात हुआ है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, ऊंचाई वाले इलाकों में 70 सेंटीमीटर से ज्यादा की बर्फबारी हुई है.
मौसम विभाग के डायरेक्टर कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर की बात करें तो यहां पर दिन का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य के मुकाबले 7 डिग्री ज्यादा है. न्यूनतम तापमान ज्यादा होने की वजह से दिल्ली एनसीआर और आसपास के इलाकों में बारिश होने के बावजूद उस तरह की ठंड महसूस नहीं की जा रही है. जिस तरह की ठंड जाड़ों की बारिश में महसूस की जाती है.
कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि ये बारिश वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से हो रही है और इस वेस्टर्न डिस्टरबेंस के साथ बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरवा हवाएं इंटरेक्ट कर रही है. इसके अलावा अरब सागर से आ रही हवाएं राजस्थान से होती हुई पंजाब हरियाणा में दाखिल हो रही हैं. हवाओं की बदली दशा और दिशा की वजह से बारिश तो कई इलाकों में जोरदार हो रही है, लेकिन इसकी वजह से ठंड नहीं बढ़ी है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में वेस्टर्न डिस्टरबेंस आगे निकल जाएगा और मैदानी इलाकों के साथ साथ पहाड़ी इलाकों में भी बारिश और बर्फबारी रुक जाएगी यानी 8 तारीख के बाद तापमान में एक बार फिर से गिरावट देखी जाएगी, लेकिन तापमान में गिरावट न्यूनतम तापमान को अपने सामान्य स्तर पर ले आएगी. इसका सीधा सा मतलब यह हुआ जाड़ों में हो रही है बारिश ठंड को बढ़ाने नहीं जा रही है.
पहाड़ी इलाकों की बात करें तो जम्मू कश्मीर में पिछले 2 दिनों से मौसम खराब है और मौसम विभाग का कहना है कि श्रीनगर घाटी समेत आसपास के इलाकों में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला अगले 24 घंटे तक जारी रहेगा. उसके बाद इसमें काफी कमी आ जाएगी. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, यहां पर जवाहर टनल से लेकर गुलमर्ग तक भारी से बहुत भारी बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है. बर्फबारी का सिलसिला अगले 24 घंटे तक जारी रहेगा.
हिमाचल प्रदेश की बात करें तो यहां पर नारकंडा, किन्नौर, कुल्लू, मनाली, लाहौल स्पीति और चंबा, धर्मशाला के तमाम इलाकों में बारिश और बर्फबारी काफी तेज रिकॉर्ड की गई है. कई इलाकों में 50 सेंटीमीटर से लेकर 80 सेंटीमीटर तक की भारी बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग का कहना है कि यहां पर अगले 24 घंटे में बारिश और बर्फबारी में काफी कमी आ जाएगी.
उत्तराखंड की बात करें तो यहां पर कुमाऊं और गढ़वाल दोनों इलाकों में मौसम ने करवट बदली है. नैनीताल, मुक्तेश्वर, अल्मोड़ा, कौसानी, पिथौरागढ़, बागेश्वर और रानीखेत में बारिश और बर्फबारी का सिलसिला पिछले 24 घंटे से जारी है. इन इलाकों में 8 तारीख की शाम तक मौसम खराब रहने की आशंका है. मौसम विभाग का कहना है कि गढ़वाल में हरसिल गंगोत्री यमुनोत्री बद्रीनाथ केदारनाथ चमोली और पौड़ी गढ़वाल में कई जगहों पर जोरदार बारिश के साथ साथ भारी बर्फबारी रिकॉर्ड की गई है. ऐसा अनुमान है बारिश और बर्फबारी का यह सिलसिला अगले 24 घंटे तक जारी रहेगा.